इंडोनेशियाई हॉरर ‘सुमाला’: पहली सांस से आखिरी चीख तक डराने वाली कहानी

अगर आप सोचते हैं कि आपने हॉरर फिल्मों की सारी हदें पार कर ली हैं, तो इंडोनेशिया की 2024 में रिलीज़ हुई ‘सुमाला (Sumala)’ आपको पूरी तरह गलत साबित कर देगी। फिल्म की शुरुआत ऐसे तनाव और खामोशी से होती है कि पहले ही मिनट में आपकी धड़कनें तेज हो जाती हैं।
कहानी की बेचैन कर देने वाली परतें
यह कहानी एक दिखने में सामान्य परिवार की है—मां (लूना माया), पिता (दारियस सिनाथ्रिया) और उनकी जुड़वां बेटियां समाला और कुमाला। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, दोनों बच्चियों की ज़िंदगी की एक भयानक सच्चाई सामने आने लगती है, जो पूरे घटनाक्रम को खौफनाक बना देती है।
सुमाला का श्राप और गांव की दहशत
गांव में ‘सुमाला’ का ऐसा खौफ है कि अंधेरा होते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। मान्यता है कि ‘सुमाला’ रात में लोगों की जान लेता है। इसी डर के बीच पिता का शक और भय इतना बढ़ जाता है कि वह अपनी ही बेटी की जान ले लेता है—और यहीं से फिल्म सिहराने वाले मोड़ पर पहुंच जाती है।
मरी हुई बेटी की आत्मा वापस लौटती है और घर को डर और बदले के अंधेरे में डुबो देती है। घर में परछाइयों की हरकतें, अजीब आवाजें और अचानक दिखाई देने वाली आकृतियाँ माहौल को दम घोंट देने जितना डरावना बना देती हैं।
कहां देखें?
1 घंटा 52 मिनट लंबी इस फिल्म में निर्देशक रिजाल मंतोवान्ती ने सुपरनैचुरल हॉरर को इमोशनल दर्द के साथ इस तरह जोड़ा है कि कई दृश्य दिमाग में चिपक जाते हैं। IMDb रेटिंग 5.8/10 होने के बावजूद फिल्म का असर खत्म होने के बाद भी बना रहता है।
अगर आप ऐसी हॉरर फिल्मों के शौकीन हैं जो आपकी रूह में सिहरन पैदा कर दें, तो Sumala Netflix पर उपलब्ध है—लेकिन रात में अकेले देखने की गलती बिल्कुल न करें।



