छत्तीसगढ़

बिजली बिल के नाम पर स्कैम करने वाले कुख्यात जामताड़ा गिरोह का पर्दाफाश

बिजली बिल के नाम पर स्कैम करने वाले कुख्यात जामताड़ा गिरोह का दुर्ग पुलिस ने आज खुलासा किया है| आज पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव ने बताया कि मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी पुष्पेन्द्र गजेन्द्र निवासी सुंदर नगर कोहका सुपेला भिलाई ने चौकी स्मृतिनगर थाना सुपेला में दिनांक 14.07.2022 को रिपोर्ट दर्ज करायी कि दिनांक 10.07.2022 को मेरे मोबाइल नम्बर पर एक अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नम्बर से व्हाट्सअप मेसेज आया कि आप का बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा बिजली बिल जमा नहीं हुआ है। यदि बिजली कनेक्शन कटने से रोकना चाहते है तो हमारे द्वारा दिये गये बिजली विभाग के मोबाइल नम्बर पर अधिकारी से बात करें। तब प्रार्थी के द्वारा व्हाट्सअप पर भेजे गये मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क करने पर अपने आप को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुये बिजली कनेक्शन काटने से रोकने हेतु अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करने को बोलकर एक नया मोबाईल नम्बर दिया गया जिस पर प्रार्थी के द्वारा सम्पर्क करने पर उसके द्वारा Quick Support नामक एप्लीकेशन डाउनलोड कराया गया, जिससे प्रार्थी के बैंक खाते से 148030 /- रूपये कटः गयाः है। अज्ञात आरोपी के द्वारा प्रार्थी के बिजली कनेक्शन कट जाने का झांसा देकर घोखाधड़ी किया गया है कि रिपोर्ट पर चौकी स्मृति नगर थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 647/2022 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

 

उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भापुसे) के द्वारा आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने के संबंध में निर्देश प्राप्त हुए। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रापुसे), उप पुलिस अधीक्षक (क्राईम) नसर सिद्धीकी (रापुसे) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू. प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा तथा थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश शर्मा, थाना प्रभारी भिलाई नगर निरीक्षक राजेश साहू, चौकी स्मृतिनगर प्रभारी उप निरीक्षक युवराज देशमुख के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया।

 

वारदात का तरीका

 

 

 

आरोपी प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करता रहा परन्तु टीम द्वारा सघन एवं तथ्यात्मक तकनीकी आधार पर पूछताछ करने पर आरोपी मुकेश मण्डल ने बताया कि वह कक्षा 9वीं तक पढ़ा है, आस-पास के गांव के लोगों से सायबर ठगी का तरीका सीखकर अपनी स्वयं की एक टीम बनाकर सायबर ठगी का काम करता है। विस्तृत पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वह अपने साथी अजय मण्डल, अक्षय उर्फ पिन्टू मण्डल तथा रंजीत मण्डल के साथ मिलकर काम करता है। मुकेश मण्डल Google के कस्टमर केयर से Developer से संपर्क करके 12% नाम की एक App ID Create कराता है और उससे मोबाईल नम्बरों का डाटा खरीदता है Developer द्वारा 1000-1500 रूपये में 10,000 मोबाईल नम्बरों का डाटा उपलब्ध करा दिया जाता है इसके बाद अजय मण्डल और अक्षय मण्डल बिजली विभाग का कर्मचारी व अधिकारी बनकर मोबाईल फोन पर Whatsapp पर बिजली बिल बकाया होना, जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन कट जाने का मैसेज भेजते है और साथ ही बिजली कनेक्शन कटने से बचाने के लिये बिजली विभाग के कर्मचारी व अधिकारी का सम्पर्क मोबाईल नम्बर देते है, जिस पर प्राथी के द्वारा फोन करने पर Quick support नाम का एक एप्लीकेशन प्रार्थी के मोबाईल पर डाउनलोड कराया जाता है और साथी के मोबाईल का एक्सेस आरोपियों के द्वारा अपने मोबाईल फोन पर लेकर प्राची के बैंक खातों से रकम अपने फर्जी नाम व पता से विभिन्न खातों में ट्रांसफर करा लिया जाता है। अकाउण्ट का प्रबंधन व संचालन करता है। ठगी की रकम को आपस में बाट लेते है। आरोपी मुकेश मण्डल के द्वारा बताया गया कि दिनांक 10.072022 को उसके द्वारा प्राची पुष्पेन्द्र गजेन्द्र के मोबाइल नम्बर पर लीक होना, जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन कट जाने का मैसेज भेजा गया था जिसमें बिजली कनेक्शन काटने से बचाने के लिये बिजली विभाग के कर्मचारी व अधिकारी का सम्पर्क मोबाईल नम्बर भेजा गया था। जिस पर प्रार्थी द्वारा फोन करने पर क्रमशः अजय मण्डल अपने आप को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुये अपने अधिकारी से बात कर मोबाईल नम्बर दिया था। जिसमें प्रार्थी द्वारा फोन लगाने पर प्राधी के मोबाईल फोन पर Quick support नामक एप डाउनलोड कराया गया और प्राची के खाते से 148030/- रूपये की एवंMPL: Camming App में ट्रांसफर कर लिये थे। बाद में रंजीत मण्डल द्वारा बैंक में ट्रांसफर किये गये रकम को निकाल कर आपस में बॉट लिये थे। जिससे आरोपी मुकेश मण्डल की निशान देही पर उसके पर से पटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड मोबाईल व सिम कार्ड, 01 लैपटॉप, 02 नग की-पेड मोबाईल फोन, 03 नग मोबाईल फोन के खाली डिब्बे तथा ठगी गई रकम 35,500/- रू बरामद कर जप्त किया गया। प्रकरण के अन्य आरोपी अजय: मण्डल, अक्षय उर्फ पिन्टू मण्डल, रंजीत मण्डल की पतासाजी उनके निवास में दबिश देकर की गयी किन्तु मुकेश मण्डल के पकड़े जाने की जानकारी मिलने के कारण उक्त आरोपी फरार हो गये। फरार आरोपियों की पतासाजी सायबर पुलिस स्टेशन जामताड़ा के सहयोग से की जा रही है। दिनांक 22.09.2022 को आरोपी मुकेश मण्डल को जामताड़ा से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर दुर्ग लाया । जिसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस रिमाण्ड लिया गया है। प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही चौकी स्मृतिनगर थाना सुपेला द्वारा की जा रही है।

 

 

 

 

 

 

 

मामले में इनकी रही सराहनीय भूमिका

 

 

 

 

 

 

 

सम्पूर्ण कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट दुर्ग से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर.संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बजीर, आरक्षक शहबाज खान, राकेश चौधरी, भावेश पटेल, विक्रांत यदु, जावेद खान एवं दिनेश विश्वकर्मा एवं चौकी स्मृति नगर से सउनि बाबूलाल साहू चौकी स्मृति नगर थाना भिलाई नगर से सउनि सुरेन्द्र सिंह राजपूत, आरक्षक सुशील चौधरी की उल्लेखनीय भूमिका रहीं।

 

 

 

गिरफ्तार आरोपी:

 

 

 

मुकेश मण्डल पिता सुरेश मण्डल उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम झिलुवा टोला, खरबनी थाना नारायणपुर जामताड़ा

 

 

 

फरार आरोपी

 

 

 

01- अजय मण्डल पिता देवू मण्डल उम्र 21 वर्ष ग्राम शेखपुरा नदियाचाक पोष्ट पट्टाजोरी जामताड़ा 02 अप उर्फ पिन्टू मण्डल पिता केन्दर मण्डल उम्र 20 वर्ष ग्राम सियाटाण्ड पोष्ट स्टाण्ड जामताड़ा 03. पिता दामण्डल उम्र 35 वर्ष ग्राम हितुवा, खरबनी पोष्ट नारायणपुर जामताड़ा

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