विदेश

दमिश्क : डोनाल्ड ट्रंप ने दिए सीरिया पर हवाई हमले के आदेश

 दमिश्क : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज घोषणा की कि बशर अल असद की ‘‘आपराधिक’’ सरकार को निशाना बनाने के लिए सीरिया पर अमेरिका-ब्रिटेन-फ्रांस ने संयुक्त अभियान शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि सीरिया में कथित रासायनिक हमले से हिंसा में ‘‘बड़ी वृद्धि’’ हुई. ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ‘‘यह किसी व्यक्ति की कार्रवाई नहीं है, यह एक दानव के अपराध हैं.’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘कुछ समय पहले मैंने अमेरिका की सशस्त्र सेनाओं को सीरियाई तानाशाह बशर अल असद की रासायनिक हथियार क्षमताओं से जुड़े ठिकानों पर सटीक हमले करने के आदेश दिए. फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है. हम दोनों देशों का आभार जताते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है. हम दोनों देशों का आभार जताते हैं.’’

सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में हाल में कथित रूप से सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी. इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया के राष्ट्रपति असद को जानवर असद कहकर संबोधित किया था. ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था, जानवर असद को डौमा शहर में कथित रासायनिक हमलों के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. हालांकि बीते 12 अप्रैल को सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि डौमा पर संदिग्ध रासायनिक हमले के आरोप मनगढ़ंत हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि संयुक्त कार्रवाई का मकसद रासायनिक हथियारों के उत्पादन, प्रसार और इस्तेमाल के खिलाफ ‘‘मजबूत प्रतिरोधक’’ तंत्र स्थापित करना है. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सीरिया के खिलाफ ‘‘सटीक हमलों’’ के आदेश दिए है. सीरिया के डूमा में पिछले सप्ताहांत संदिग्ध जहरीली गैस हमले में कई लोग मारे गए थे.
ट्रंप ने कहा, ‘‘आज रात हमारी कार्रवाई का उद्देश्य रासायनिक हथियारों के उत्पादन, प्रसार और इस्तेमाल के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक तंत्र स्थापित करना है. इस प्रतिरोधक तंत्र को स्थापित करना अमेरिका का अहम राष्ट्रीय सुरक्षा हित है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ईरान और रूस से मैं पूछता हूं कि वह देश किस तरह का है जो निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के नरसंहार से जुडऩा चाहता है.’’

उन्होंने (डोनाल्ड ट्रंप ने) गत शनिवार (7 अप्रैल) को डौमा में कथित अत्याचार का जिक्र करते हुए ‘‘निर्दोष नागरिकों का वध करने के लिए रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने पर’’ असद सरकार पर निशाना साधा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह नरसंहार उस भयानक सरकार द्वारा इस्तेमाल किए गए रासायनिक हथियारों की प्रवृत्ति में बड़ी वृद्धि है.’’

सीरिया में रूसी सैन्य ठिकानों के पास दिखे थे अमेरिकी सैन्य विमान
सात अमेरिकी सैन्य विमान सीरिया के तट के निकट निगरानी मिशन पर देखे गए जहां रूस के हेएमिम एयरबेस और टारटस नौसैनिक बेस स्थित हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यह जानकारी रूस के सैन्य उड़ान निगरानी केंद्र ने शुक्रवार (13 अप्रैल) को ट्वीट कर दी. इसमें कहा गया है, छह अमेरिकी नौसैनिक पी-8ए पोसेडन गश्ती विमान इटली के सिसिलिया द्वीप और ईपी-3ई एरीस द्वितीय निगरानी विमान ग्रीस के क्रेट द्वीप से रवाना हुआ था.

सीरिया पर अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को लेकर रूसी राजदूत ने दी थी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेनजिया ने अमेरिका को सीरिया पर सैन्य कार्रवाई करने को लेकर चेतावनी दी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हमें उम्मीद है कि वापसी का कोई मतलब नहीं होगा कि अमेरिका और सहयोगी एक संप्रभु देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने से दूर रहेंगे. उन्होंने कहा, हालात और बढ़ते खतरे के बारे में हम बहुत चिंतित हैं.

बोलीविया के अनुरोध पर सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने गुप्त रूप से विचार-विमर्श किया था. नेबेनजिया ने कहा कि फिलहाल सुरक्षा परिषद की प्राथमिकता संभावित युद्ध के खतरे को टालना है. यह पूछे जाने पर कि क्या सीरिया पर हमला होने पर युद्ध अमेरिका और रूस के बीच में होगा तो नेबेनजिया ने कहा, दुर्भाग्य से हम किसी संभावना से इनकार नहीं कर सकते, क्योंकि हमने वाशिंगटन से आए संदेशों को देखा था, जो झगड़ा बढ़ाने वाले थे. वे जानते हैं कि हम वहां (सीरिया में) हैं.

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