
जगदलपुर : जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में 8 वर्ष एक नाबालिग बालिका आसिफा से 10 जनवरी को हुए बर्बर सामूहिक दुष्कर्म और उसके बाद हत्या को लेकर बस्तर जिले में भी आक्रोश फैल रहा है। इस घटना को अंजाम देने में लिप्त आरोपियों को कड़ी सजा देने व जल्द सुनवाई हेतु फॉस्ट ट्रेक न्यायालय बनाने की मांग को लेकर मेकॉज में कार्यरत स्टॉफ नर्स व नर्सिंग छात्राओं ने आज शहर में एक रैली निकाली। ये रैली दोपहर 3 बजे शहर के प्रमुख मार्गो से गुजरी। नन्हीं मासूम बालिका के साथ हुई इस बर्बरता पूर्ण घटना से मानवता के शर्मसार होने की बात कही।
नर्सिंग छात्राओं ने आज शहर में एक रैली निकाली
अस्पताल परिसर से ये रैली शहर के प्रमुख मार्गो से निकाली गई। तत्पश्चात अस्पताल पहुंचकर महारानी प्रफुल्ल कुमारी देवी की प्रतिमा के समक्ष कैंडल जलाकर आसिफा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। आठ वर्ष की मासूम आसिफा से हुए गैंगरेप और हत्या से बस्तर की महिलाएं भी गुस्से में है। निर्भया कांड के बाद आसिफा के साथ हुए दुष्कर्म की घटना से बस्तर भी दहल गया है। इसका विरोध करते हुए शहर में आज 200 से ज्यादा स्टॉफ नर्स व नर्सिंग छात्राओं ने शांति मार्च निकाली।
महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार
स्टॉफ नर्स व संघ की सचिव प्रार्थना राजदास ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ रहा है। महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा हर हालत में होनी चाहिए। एक के बाद एक देश में दुष्कर्म के मामले हो रहे हैं। उन्होंने कहा बस्तर में भी इस तरह के मामले बढ़े हैं।
प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
छग परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले निकाली गई। शांति मार्च रैली के पश्चात कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर बस्तर कलेक्टर धनंजय देवांगन को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर विनोदिनी चन्द्राकर, प्रार्थना राजदास, उमा पांडे,रीता इक्का, जागृति साहू, रेशमा तिर्की के अलावा बड़ी संख्या में स्टॉफ नर्से मौजूद रही।