ड्रग्स क्वीन नव्या मलिक का काला सच उजागर: रसूखदारों की महफिलों में होती थी सप्लाई, करोड़ों का लेन-देन, VIP पार्टीज़ में शामिल

रायपुर। मुंबई में गिरफ्तार हुई रायपुर की नव्या मलिक से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। ड्रग्स सप्लाई की मास्टरमाइंड नव्या के तार न सिर्फ बड़े कारोबारियों और अधिकारियों से जुड़े हैं, बल्कि वह राजनीतिक चेहरों और हाई प्रोफाइल युवाओं के साथ पार्टी कल्चर की हिस्सा भी रही है।
हाई प्रोफाइल नेटवर्क से गहरे संबंध
नव्या का उठना-बैठना बड़े उद्योगपतियों, अफसरों और नेताओं के परिवारों से था। वीआईपी रोड के लगभग हर होटल, पब और क्लब में उसका आना-जाना था। कई प्रभावशाली घरों के युवक-युवतियों के साथ वह दिल्ली, गोवा, मुंबई, राजस्थान तक ड्रग्स पार्टीज़ में शामिल होती थी।
विदेशों तक फैला जाल
नव्या ने पुलिस को बताया कि वह दुबई, चीन, सिंगापुर, तुर्की और बैंकॉक जैसे देशों की यात्रा कर चुकी है। वहां भी उसके कई संपर्क हैं। हर साल वह विदेश जाती थी और वहां भी पार्टियों में शामिल होती थी।
दिल्ली-पंजाब से लाकर करती थी सप्लाई
पूछताछ में नव्या ने माना है कि वह दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से ड्रग्स मंगवाकर सप्लाई करती थी। बदले में उसे मोटी रकम मिलती थी। पुलिस ने उसके बैंक खातों की जांच की तो एकमुश्त 10, 15 और 25 लाख तक की ट्रांजेक्शन सामने आईं, जो बड़े कारोबारी घरों से जुड़े युवाओं ने किए हैं।
पुलिस की रडार पर वीआईपी लिस्ट
नव्या के मोबाइल से कई चौंकाने वाली जानकारी मिली हैं। सैकड़ों चैट और कॉल डिटेल से पता चला कि करीब 450 लोग इस गिरोह से जुड़े हैं, जिनमें 90% संभ्रांत परिवारों के युवा हैं। पुलिस ने इनकी एक सूची तैयार की है, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई में देरी हो रही है।
हनी ट्रैप की भी जांच
सूत्रों के मुताबिक, नव्या एक बड़े कारोबारी परिवार से जुड़ी है और उस पर हनी ट्रैप के जरिए रसूखदारों को फंसाने का भी शक है। हालांकि नव्या ने पूछताछ में इस बात से इनकार किया है, लेकिन पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
नाइजीरियन गिरोह से लिंक
रायपुर में पकड़े गए ड्रग्स तस्करों का दिल्ली के नाइजीरियन गिरोह से कनेक्शन मिला है। नव्या का भी कुछ नाइजीरियन छात्रों से संपर्क रहा है। पुलिस को वर्चुअल नंबर मिले हैं जिनसे यह नेटवर्क ऑपरेट हो रहा था।
कॉलेज-यूनिवर्सिटी में भी फैला नेटवर्क
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि नव्या का नेटवर्क रायपुर के कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी तक फैला था। नवा रायपुर, आरंग, खरोरा समेत कई संस्थानों में वह ड्रग्स सप्लाई करती थी और पार्टीज़ में शामिल होती थी।