चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई किफायती बातचीत
वुहान,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (28 अप्रैल) को कहा कि उन्होंने यहां दो दिन की अनौपचारिक शिखर वार्ता के पहले चरण के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से ‘‘व्यापक और लाभप्रद’’ बातचीत की. मोदी ने चीन की लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट वीबो पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं वुहान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलकर काफी खुश हूं. हमने व्यापक और लाभप्रद बातचीत की और भारत-चीन संबंध मजबूत बनाने तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार साझा किए.’’
वीबो पर मोदी के 1,83,112 फॉलोवर्स हैं. उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत तौर पर मेरे साथ हुबेई प्रांत के संग्रहालय में जाने के शानदार आतिथ्य के लिए शुक्रिया राष्ट्रपति शी जिनपिंग. यह संग्रहालय चीन के इतिहास और संस्कृति का बड़ा पहलू है.’’ मोदी और शी को शनिवार को अभूतपूर्व अनौपचारिक शिखर वार्ता का समापन करना है. इस वार्ता को पिछले साल डोकलाम में 73 दिन तक चले गतिरोध के बाद विश्वास बहाल करने और संबंधों को सुधारने के भारत और चीन के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है.पीएम मोदी, शी ने भारत – चीन संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यापक और सार्थक वार्ता की
इससे पहले बीते 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत-चीन संबंधों को मजबूत करने के लिए यहां दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर बैठक के प्रथम दिन ‘व्यापक एवं सार्थक’ वार्ता की. उन्होंने दोनों देशों के लोगों और दुनिया की भलाई के लिए साथ मिल कर काम करने के तरीकों पर विचारों का आदान- प्रदान किया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, ‘‘दोनों नेताओं ने एक एक दूसरे के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए विचारों का आदान प्रदान किया.’’ बाद में, उन्होंने प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की, जिसमें दोनों ओर से छह-छह शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे. इससे यह जाहिर होता है कि चर्चा के लिए कुछ अहम मुद्दे उनके पास थे.
अधिकारियों ने बताया कि वार्ता दो घंटे से अधिक समय तक चली, जबकि आधा घंटा का ही कार्यक्रम था. इससे चर्चा की गंभीरता का संकेत मिलता है. दोनों नेताओं के बीच वार्ता प्रथम दिन रात्रिभोज कूटनीति के साथ समाप्त हुई. शी ने मशहूर ईस्ट लेक में मोदी के लिए भोज का आयोजन किया. शी गर्मजोशी और दोस्ती का प्रदर्शन करते हुए मोदी को छोडऩे के लिए उनकी कार तक गए.