महासमुंद : किशनपुर हत्याकांड : एसआईटी टीम करेगी जॉच
महासमुंद : जिले के पिथौरा ब्लाक के किशनपुर में दिल दहला देने वाले हत्याकांड की मामले की जांच की जिम्मेदारी अब एस आई टी की टीम को सौंपा गया है। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता योगमाया साहू और उसके पति चैतन्य साहू के साथ दो मासूमों की निर्ममता पूर्वक हत्या के मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है। फिलहाल इस मामले में कोई बड़ा सुराग नहीं मिला है। पुलिस तीन संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। फिलहाल उनसे कोई अहम सुराग नहीं मिला है।
जांच की जिम्मेदारी अब एस आई टी की टीम को सौंपा गया है
जानकारी के मुताबिक इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए एसपी महासमुंद के निर्देश पर एएसपी संजय ध्रुव के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है। एसआईटी में पिथौरा एसडीओपी के अलावा क्राइम ब्रांच पुलिस सहित 10 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस की तीन टीम मामले की जांच करने पिथौरा से बाहर गई हुई है।बताया जाता है कि
क्राइम ब्रांच पुलिस सहित 10 पुलिसकर्मी शामिल हैं
योगमाया साहू और उसके पति का गांव में किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। गांव के लोग भी इस परिवार का सम्मान करते थे। दिन हो या रात जब भी किसी को इलाज की जरूरत पड़ती थी, योगमाया उनका उपचार करने पहुंच जाती थी। इसके अलावा योगमाया और उसके पति के चरित्र को लेकर गांव के लोगों ने कोई शिकायत नहीं की है। न तो इस परिवार का किसी के साथ लेन-देन का कोई विवाद रहा है। ऐसी स्थिति में इनकी हत्या की वजह क्या हो सकती है इस सवाल का जवाब तलाशने में पुलिस जुटी हुई है।
गांव के लोग भी इस परिवार का सम्मान करते थे
इस पूरे मामले की जाच महासमुंद एसपी संतोष सिंह के अलावा, एएसपी संजय ध्रुव के अलावा प्रशिक्षु आईपीएस उदय किरण के सुपर विजन में हो रही है। तीनों अधिकारी मामले की बारिकियों को समझ कर मामले की जांच कर रहे पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के इस सनसनीखेज हत्याकांड में तीन संदेहियों के शामिल होने की आशंका है। घटना वाले दिन पुलिस उन तीनों संदेहियों के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। बताया जा रहा है पुलिस उन तीनों संदेहियों से पहले दौर की
पूछताछ पूरी कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच करने गई रायपुर के फोरेंसिक टीम को घटना स्थल पर कुछ स्पष्ट फिंगर प्रिंट के निशान मिले हैं। पुलिस घटना स्थल पर मिले फिंगर प्रिंट के निशान को संदेहियों के फिंगर प्रिंट से मिलान करने का प्रयास कर रही है। पुलिस एक सप्ताह के भीतर मामलों को सुलझा लेने का दावा कर रही है। मामले की जांच जारी है। एसपी के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई है। संदेहियों को सूचीबद्ध कर उनसे पूछताछ की जाएगी।