11 दिसंबर से थम जाएंगे विवाह—शुक्र अस्त और खरमास लगाएंगे ब्रेक

दिसंबर माह एक बार फिर मांगलिक कार्यों के लिए विराम लेकर आया है। 11 दिसंबर से विवाह के मुहूर्त पूरी तरह थमने जा रहे हैं क्योंकि शुक्र ग्रह अस्त हो रहे हैं। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार जब गुरु या शुक्र में से कोई भी ग्रह अस्त होता है, तब विवाह जैसे शुभ कर्म नहीं किए जाते।
5 दिसंबर से पौष मास की शुरुआत हो चुकी है। अब 11 दिसंबर को शुक्र के अस्त होने के बाद इस साल का अंतिम विवाह-मुहूर्त भी खत्म हो जाएगा। इसके तुरंत बाद 16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ हो जाएगा, जिससे सभी शुभ कार्यों पर 14 जनवरी तक रोक रहेगी। शुक्र करीब 53 दिनों तक अस्त रहकर 1 फरवरी 2026 को उदित होंगे, जिसके बाद विवाह और मंगलाचार्य कार्य फिर से शुरू हो सकेंगे।
शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, समृद्धि, प्रेम और वैवाहिक जीवन का कारक माना जाता है। इनके अस्त होने से कई राशि जातकों पर भी खास प्रभाव देखने को मिलेगा।
राशियों पर शुक्र अस्त का प्रभाव
वृष राशि – नौकरी और व्यवसाय में उन्नति के योग, बड़े प्रोजेक्ट से लाभ।
तुला राशि – आर्थिक स्थिति मज़बूत, लोन संबंधी समस्याओं में सुधार।
मकर राशि – प्रेम जीवन और धन की स्थिति में सकारात्मक बढ़त।
हालांकि 15 जनवरी को सूर्य के मकर में प्रवेश के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा, लेकिन शुक्र उदय न होने की वजह से विवाह मुहूर्त 1 फरवरी से ही पुनः खुलेंगे। इस बीच बैंड-बाजा बारात, मैरिज गार्डन और आयोजन उद्योग पर भी अस्थायी ब्रेक लग जाएगा।
2026 में विवाह कब से शुरू होंगे?
11 दिसंबर 2025 से शुक्र अस्त
16 दिसंबर 2025 से खरमास
14 जनवरी 2026 तक शुभ कार्य पूर्ण विराम
1 फरवरी 2026 से विवाह मुहूर्त दोबारा शुरू
यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष पर आधारित है। सटीक सलाह के लिए विशेषज्ञ से परामर्श करें।



