मजदूरों की समृद्धि की दिशा में सार्थक पहल: सिलाई प्रशिक्षण से महिलाओं को मिली आर्थिक आज़ादी

रायपुर। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल प्रदेशभर में संचालित श्रम कल्याण केंद्रों के माध्यम से वर्षों से मजदूरों को चौदह से अधिक योजनाओं का लाभ पहुंचा रहा है। इन योजनाओं में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण जैसी पहल ने सैकड़ों परिवारों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बना दिया है।
हाल ही में मंडल अध्यक्ष योगेश दत्त मिश्रा ने रायपुर और राजनांदगांव जिलों के श्रम कल्याण केंद्रों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान सामने आई कमियों को एक माह के भीतर दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। उन्होंने प्रशिक्षण पूर्ण कर चुकी महिलाओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किए और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी साझा की।
मंडल द्वारा अब तक हजारों मजदूरों को छात्रवृत्ति, सिलाई मशीन, साइकिल वितरण, बीमा, दुर्घटना सहायता जैसी योजनाओं का लाभ मिल चुका है। मिश्रा ने बताया कि यह सभी प्रयास मजदूरों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम हैं।
उन्होंने देश के आर्थिक विकास की बात करते हुए कहा कि भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन चुका है और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। ऐसे में हर नागरिक को इस मिशन में सहभागी बनना चाहिए।
प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं से अपील की गई कि वे इस हुनर का उपयोग कर न केवल अपनी आमदनी बढ़ाएं, बल्कि अपने परिवार के आर्थिक विकास में भी योगदान दें।
इस दौरान उरला, सांकरा, सोनडोंगरी, तुमड़ीबोड़ और टेडेसरा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित केंद्रों का निरीक्षण किया गया। मंडल के अधिकारी विवेक दुबे, दुष्यंत साहू, गोपाल साहू और नरेंद्र सिन्हा भी इस दौरे में साथ रहे।