कृषि और आदिवासी विकास से जुड़े विभागों संग मंत्री नेताम ने की बैठक

रायपुर। कांकेर ज़िले के जिला कार्यालय में एक अहम बैठक हुई, जिसमें कृषि और आदिवासी विकास से जुड़े विभागों की योजनाओं की समीक्षा की गई। इस बैठक की अगुवाई प्रदेश के कृषि और आदिवासी विकास मंत्री रामविचार नेताम ने की। उन्होंने अधिकारियों को जैविक खेती और पारंपरिक फसलों जैसे कोदो-कुटकी को बढ़ावा देने की बात कही। मंत्री नेताम ने यह भी कहा कि खाद और बीज किसानों तक समय पर और पारदर्शी तरीके से पहुँचना चाहिए।
उन्होंने रासायनिक उर्वरकों का सीमित उपयोग करने और जैविक खादों के प्रति किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए। युवाओं को मुनगा, ऑयल पाम और मसाले वाली फसलों के ज़रिए रोज़गार देने पर भी चर्चा हुई। साथ ही तकनीकी प्रशिक्षण की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया।
राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के एमडी अजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बीज और खाद का ज़्यादातर वितरण हो चुका है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और किसान सम्मान निधि योजना के तहत हज़ारों किसान लाभ पा चुके हैं।
आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री नेताम ने आश्रम-छात्रावासों में रह रहे बच्चों के लिए बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने की बात कही। अधिकारियों को छात्रावासों की साफ-सफाई, सुरक्षा, बिजली और पेयजल जैसी ज़रूरतें पूरी करने के निर्देश दिए गए। पौधारोपण का भी निर्देश दिया गया।
आयुक्त सारांश मित्तर ने निर्माण कार्य जल्द पूरा करने और सरकारी फंड का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए कहा। कांकेर कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने उन्नत कृषि और लंबित छात्रावास कार्यों को जल्द पूरा कराने की बात कही।