मुंबई : बॉल टेम्परिंग पर बोले क्लार्क, ऑस्ट्रेलिया को जल्द ही फिर से खड़ी करनी होगी टीम
मुंबई : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक साल तथा और कैमरन बैनक्रोफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगने के बाद ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ सीरीज से पहले टीम का पुनर्गठन करना होगा. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर तीनों क्रिकेटरों को ‘बॉल टेम्परिंग’ का दोषी पाये जाने के बाद प्रतिबंधित किया गया था. क्लार्क ने कहा, ‘‘जो भी हुआ उससे ऑस्ट्रेलिया की टीम फिलहाल दबाव में है. उन्हें अपनी टीम को बनाने के लिए काम करना चाहिए. टीम कैसी होगी इस पर उन्हें काम करना होगा और जल्द ही पुनर्गठन करना होगा. यह बहुत बड़ी सीरीज होगी, क्योंकि हम ऑस्ट्रेलिया में भारत से कभी नहीं हारे.’’
ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ सीरीज से पहले टीम का पुनर्गठन करना होगा
क्लार्क ने कहा कि अगर भारतीय टीम वहां जीतती है तो वह नहीं चाहेंगे कि इस बात पर चर्च हो कि खिलाडिय़ों पर प्रतिबंध के कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत नहीं थी. उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि स्मिथ, वार्नर और बेनक्रोफ्ट को खोने से ऑस्ट्रेलिया को झटका लगा है. लेकिन मैं नहीं चाहूंगा की वहां भारतीय सफलता को लोग इस बात से जोडक़र देखें , यह भारतीय टीम के साथ न्याय नहीं होगा. भारत की टीम अच्छी है और व्यक्तिगत तौर पर खिलाडिय़ों ने ऑस्ट्रेलिया में सफलता हासिल की है. वह वहां के हालात को अच्छे से जानते हैं.’’
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खिलाडिय़ों पर प्रतिबंध के कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत नहीं थी
क्लार्क के अलावा ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज और पूर्व गेंदबाज ज्योफ लासन का मानना है कि अगर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगा एक साल का प्रतिबंध कम भी कर देता है तो भी संभावना है कि यह दागी खिलाड़ी प्रतिबंध पूरा करेगा. लासनने कहा, ‘‘सीए ने प्रतिबंध पर फैसला किया है और वे इस पर कायम रहेंगे. अगर उन्होंने इसमें बदलाव भी किया तो भी मुझे नहीं लगता कि वह (स्मिथ) इसे बदलेगा. उसने कहा था कि वह इसका हकदार है, 12 महीने के समय में आगे बढ़ते हैं.’’
यह है पूरा मामला
दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच केपटाउन में तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन जब अफ्रीकी पारी का 43वां ओवर चल रहा था और मार्करम और एबी डिविलियर्स खेल रहे थे, उसी समय ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बैनक्रॉफ्ट एक चिप जैसी चीज के साथ कैमरे पर पकड़े गए. कहा गया कि ये गेंद की चमक उड़ाने वाली चिप है. इसे उन्होंने गेंद पर घिसा. हालांकि, मैदानी अंपायरों ने इस बारे में उनसे बातचीत की. अंपायरों के पास जाने से पहले बैनक्राफ्ट को अपने अंत:वस्त्र में छोटी सी पीली चीज रखते हुए देखा गया था. जब अंपायर उनसे बात करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने पैंट की जेब में हाथ डालकर दिखाया और यह कोई दूसरी चीज थी. वह धूप के चश्मे को साफ करने के लिए मुलायम कपड़े जैसा लग रहा था.
स्टीव स्मिथ ने स्वीकार की थी गलती
इसके बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और बैनक्राफ्ट ने इस पूरे मामले में अपनी गलती मान ली थी. तीसरे दिन का जब खेल खत्म हुआ तो उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने इस बात को स्वीकार कर लिया था. वहीं, बैनक्रॉफ्ट ने भी स्वीकार किया कि वह टेप से गेंद की शक्ल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेल्कोन टर्नबुल ने इस पूरी घटना को शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा ये भरोसा करना मुश्किल है, कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ये कृत्य किया.