मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक के करोड़ों रुपये फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद सोमवार को बैंक के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। देश के शेयर बाजारों में यूको बैंक के शेयर लुढक़र तकरीबन 12 साल के निचले स्तर पर आ गए। कथित धोखाधड़ी के मामले में जांच चल रही है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर यूको बैंक का शेयर 14.32 फीसदी फिसलकर 52 सप्ताह के निचले स्तर 19.15 रुपये प्रति शेयर तक गिर गया, जोकि सितंबर 2006 के बाद का सबसे निचला स्तर है।
हालांकि दैनिक कारोबारी सत्र के अंत में यूको बैंक के एक शेयर की कीमत पिछले सत्र के मुकाबले 6.49 फीसदी की गिरावट के साथ 20.90 रुपये पर बंद हुई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर यूको बैंक का शेयर अगस्त 2006 के बाद के सबसे निचले स्तर पर लुढक़ा और 17.98 फीसदी गिरावट के साथ 52 सप्ताह के निचले स्तर पर 18.25 रुपये प्रति शेयर आ गया।
लेकिन बाद में थोड़ा सुधार के बाद 6.29 फीसदी की कमजोरी के साथ 20.85 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। बैंक ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पास 11 अप्रैल 2018 को एरा इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ बैंक में उनके खातों में अनियमितता को लेकर शिकायत दर्ज करवाई। यूको बैंक ने सोमवार को एक विनियामक रिपोर्ट में कहा, हमने 31 मार्च 2018 को सूचित किया कि एरा इन्फ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड ने कुल 757.53 करोड़ रुपये की हमारी बैंक में धोखाधड़ी की है। खातों को एक जुलाई 2013 से डूबे हुए कर्ज की श्रेणी में डाल दिया गया है।केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि वे जल्द ही बैंक के पूर्व अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अरुण कौल से धोखाधड़ी के सिलसिले में पूछताछ करेंगे।
ये भी खबरें पढ़ें
इससे पहले, एजेंसी ने कौल, एरा इंजीनियरिंग इन्फ्रा इंडिया (ईईआईएल) और उसके सीएमडी हेम सिंह भड़ाना, दो चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज जैन और वंदना शारदा और अल्टियस फिन्सर्व के पवन बंसल व अन्य के खिलाफ 621 करोड़ रुपये कर्ज की कथित धोखाधड़ी को लेकर मामला दर्ज किया। बैंक को इस धोखाधड़ी से 737 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आरोपियों ने साजिश रचकर कथित तौर पर बैंक के दो ऋण के मामलों में करीब 621 करोड़ रुपये की हेराफेरी करके बैंक को चपत लगाई। सीबीआई के अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2010 से 2015 तक यूको बैंक के सीएमडी रहे कौल ने कथित तौर पर आरोपी कंपनी को कर्ज दिलाने में मदद की।
Back to top button