भिलाई : भिलाई में प्रधानमंत्री का आत्मीय स्वागत
भिलाई : एक दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भिलाई पहुंचने पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल, दयालदास बघेल, श्रीमती रमशीला साहू के अलावा भाजपा नेत्री सरोज पाण्डेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, विधायक विद्यारतन भंसाली ने आत्मीय स्वागत किया।
श्री मोदी भिलाई प्रवास के दौरान भिलाई इस्पात संयंत्र के विस्तारीकरण का लोकार्पण, भारत नेट परियोजना का भूमिपूजन, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भिलाई के भवन का शिलान्यास तथा छत्तीसगढ़ में रीजनल कनेक्टीविटी स्कीम के तहत घरेलु विमान सेवा ’’उड़ान’’ का शुभारंभ के साथ जयंती स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित करेंगे।
2 ) रायपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश को दी कई सौगातें
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के संक्षिप्त प्रवास के दौरान राज्य की जनता को अनेक महत्वपूर्ण सौगातें दी। भारतीय वायुसेना के विशेष विमान द्वारा सवेरे नईदिल्ली से रायपुर पहुंचने के बाद श्री मोदी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ नया रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) के मुख्यालय भवन में एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केन्द्र का लोकार्पण किया।
इस केन्द्र में स्मार्ट सिटी के रूप में तेज गति से विकसित हो रहे नया रायपुर शहर में बिजली, पानी, सडक़, संचार और स्वच्छता जैसी नागरिक सुविधाओं की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी, वहीं स्थानीय नागरिक इन सेवाओं से जुड़ी अपनी समस्याओं के बारे में एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केन्द्र को हेल्पलाइनों पर सीधा सूचित कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर से देश के प्रमुख औद्योगिक तीर्थ भिलाईनगर पहुंचे, जहां उन्होंने विशाल आमसभा में भिलाई इस्पात संयंत्र के आधुनिकीकरण एवं विस्तारीकरण से संबंधित कार्यों का लोकार्पण किया। भिलाई इस्पात संयंत्र के इन नये निर्माण कार्यों पर 18 हजार 500 करोड़ रूपए की लागत आयी है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1955 में सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत स्थापित यह छत्तीसगढ़ का पहला इस्पात संयंत्र है।
वर्ष 1962 में इस संयंत्र की वार्षिक उत्पादन क्षमता एक मिलियन टन थी, जो वर्तमान में 4 मिलियन टन से ज्यादा हो गई है और आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण के बाद संयंत्र ने अब 7 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता हासिल कर ली है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भिलाई इस्पात संयंत्र का भी दौरा किया।
प्रधानमंत्री के रूप में श्री मोदी की विगत तीन वर्ष में आज यह पांचवी और दो माह में दूसरी तथा भिलाईनगर की पहली यात्रा थी। श्री मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार 09 मई 2015 को छत्तीसगढ़ प्रवास पर दंतेवाड़ा आए थे। उन्होंने इसके बाद 21 फरवरी 2016 को नया रायपुर और राजनांदगांव जिले के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। वे तीसरी बार एक नवंबर 2016 को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में नया रायपुर आए थे।
छत्तीसगढ़ के चौथे प्रवास पर उन्होंने दो माह पहले अम्बेडकर जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को राज्य के बस्तर संभाग के ग्राम जावंगा (जिला-बीजापुर) आकर राष्ट्रव्यापी ग्राम स्वराज अभियान का शुभारंभ करने के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के प्रथम चरण में देश के पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का लोकार्पण किया था।
रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्नम यात्री विमान सेवा का शुभारंभ छत्तीसगढ़ को मिली घरेलू विमान सेवा की सौगात
श्री मोदी ने आज के अपने प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ की जनता को राज्य की प्रथम घरेलू विमान सेवा की भी सौगात दी। उन्होंने केन्द्र सरकार की ‘उड़ान’ परियोजना के तहत आम जनता को कम कीमत पर हवाई यातायात की सुविधा देने के लिए जगदलपुर-रायपुर-विशाखापट्नम के बीच यात्री विमान सेवा का शुभारंभ करते हुए जगदलपुर विमानतल का भी लोकार्पण किया।
इस सेवा के अंतर्गत एक निजी कंपनी के 19 सीटों वाले विमान से यात्री सिर्फ 1670 रूपए के टिकट पर रायपुर से जगदलपुर केवल 40 मिनट में पहुंच सकेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य निर्माण के बाद पहली बार मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष पहल और बस्तर अंचल को विकास की दृष्टि से सर्वोच्च प्राथमिकता देने की राज्य और केन्द्र की नीति के तहत यह यात्री विमान सेवा शुरू हुई है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री के हाथों भिलाई आईआईटी का शिलान्यास
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज जयंती स्टेडियम में आयोजित आमसभा में भिलाईनगर के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के विशाल भवन परिसर का शिलान्यास भी किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार के अनुरोध पर केन्द्र से भिलाई नगर के लिए आईआईटी की मंजूर मिली और वर्ष 2016 में इसकी स्थापना हुई।
यह भारत का 23वां आईआईटी है। प्रधानमंत्री के हाथों भिलाईनगर में हुए शिलान्यास के बाद तीन चरणों में विकसित होने वाले इस संस्थान में सात हजार 500 विद्यार्थी उच्च तकनीकी शिक्षा हासिल कर सकेंगे। केन्द्र सरकार ने भिलाई आईआईटी के लिए प्रथम चरण में एक हजार 082 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया है। वर्तमान में यह संस्थान राजधानी रायपुर के सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित हो रहा है।
भिलाईनगर में इसका भवन बन जाने के बाद संस्थान वर्ष 2020 में स्थायी रूप से दुर्ग जिले में भिलाई के पास कुठेलभांठा और सिरसाखुर्द में स्थित 445 एकड़ के अपने विशाल परिसर में संचालित होने लगेगा। कैम्पस का निर्माण सितंबर 2018 में शुरू हो जाएगा। यह भवन पर्यावरण हितैषी और बिजली की बचत की दृष्टि से काफी सक्षम होगा।
आईआईटी (भिलाईनगर) में वर्तमान में कम्प्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रिकल और मेकेनिकल विषयों में बीटेक तथा एमटेक और छह विषयों-गणित, रसायन, कम्प्यूटर विज्ञान, भौतिकी, इलेक्ट्रिकल और मेकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की भी सुविधा है। देश-विदेश के 25 वरिष्ठ और अनुभवी प्राध्यापक यहां अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
भारत नेट परियोजना के द्वितीय चरण का शुभारंभ
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भिलाई नगर की आमसभा में केन्द्र सरकार की भारत नेट परियोजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ की 10 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में से 5987 ग्राम पंचायतों को भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) द्वारा इंटरनेट सुविधा दी जाएगी। इसके लिए ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। प्रत्येक ग्राम पंचायत पर औसतन 5.66 किलोमीटर के मान से कुल 32 हजार 466 किलोमीटर आप्टिकल फाइबर केबल बिछाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत नेट परियोजना के प्रथम चरण में प्रदेश की चार हजार 104 ग्राम पंचायतों में बीएसएनएल द्वारा इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जा चुकी है। दूसरे चरण के कार्य पूर्ण होने पर राज्य के शत-प्रतिशत गांवों को यह सुविधा मिलने लगेगी। इस परियोजना के लिए भारत सरकार द्वारा एक हजार 674 करोड़ रूपए और ओपेक्स के रूप में तीन साल के लिए 392 करोड़ रूपए मंजूर किए गए हैं।
भारतनेट परियोजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के नेतृत्व में एक मॉडल के रूप में किया जा रहा है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मेसर्स टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड का चयन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा संचार क्रांति योजना के तहत 50 लाख परिवारों को नि:शुल्क स्मार्टफोन दिए जाएंगे,
जिन्हें भारतनेट परियोजना के तहत अपने फोन पर बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। राज्य सरकार संचार क्रांति योजना में इन परिवारों को 1200 करोड़ रूपए का स्मार्टफोन नि:शुल्क देगी। यह भी उल्लेखनीय है कि भारत नेट परियोजना से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीफोन और इंटरनेट का सम्पर्क तंत्र मजबूत होगा। ग्राम पंचायतों के स्तर पर लोगों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 की टोल फ्री सेवाएं आसानी से मिलेंगी।
शासन की अनेक ई-सेवाएं ग्राम पंचायतों के स्तर पर सर्वसुलभ होंगी। लाखों लोगों को सूचना, शिक्षा और बाजार की ऑनलाइन सुविधाएं मिलेंगी। डिजीटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा। छत्तीसगढ़ के सभी लगभग 20 हजार गांव टेलीफोन और इंटरनेट से जुड़ जाएंगे।
हितग्राहियों को सामग्री-चेक वितरित प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भिलाईनगर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में 12 मई से प्रारंभ प्रदेशव्यापी विकास यात्रा 2018 के प्रथम चरण का औपचारिक समापन भी किया। दूसरा चरण 16 अगस्त से शुरू होकर 30 सितम्बर तक चलेगा। श्री मोदी ने भिलाईनगर के जयंती स्टेडियम की आमसभा में छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत कई हितग्राहियों को सामग्री आदि का वितरण किया।
उन्होंने छत्तीसगढ़ युवा सूचना क्रांति योजना के तहत कॉलेज स्तर के विद्यार्थियों को लैपटाप, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को रसोईगैस कनेक्शन, और प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत हितग्राही महिलाओं को चेक वितरित किए। श्री मोदी ने राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री आबादी पटट योजना के तहत हितग्राहियों को पट्टे भी दिए। उन्होंने ई-रिक्शों का भी वितरण किया। श्री मोदी ने इसके अलावा केन्द्र सरकार की स्टैंड अप और मुद्रा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत हितग्राहियों को चेक वितरित किए।