
दंतेवाड़ा- नक्सली संगठन के दक्षिण बस्तर सब जोनल कमेटी ने शनिवार को एक पर्चा जारी किया है. इसमें नक्सलियों की बौखलाहट साफ दिख रही है. पर्चे में सुरक्षा बलों की कार्रवाई का जिक्र किया गया है. तथा इसमें मारे गए नक्सलियों की संख्या भी बताया गया है. नक्सलियों ने स्वीकार करते हुए बताया कि जुलाई 2018 से 3 अगस्त 2019 के बीच में 96 साथी मारे गए हैं.
नक्सलियों ने अपने पर्चे में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन का जिक्र करते हुए पूरे दंडकारण्य में 96 नक्सलियों के मारे जाने की बात लिखी है. जिसमें दक्षिण बस्तर जोन से 57 नक्सली मारे गए हैं. इसमें 1 जन डीवीसीएम का सूर्या, जन सीवीईपीसीएम रोशनी, एसी पीपीसी के सदस्य कूकनी, नवीन, अजय, राजे, विजेंदर, जगदीश, ज्योति, मीटू एवं पीएलजीए सदस्य के सोमड़ी, अर्जुन, शांति, सोमड़ी, सिंहाल, मासे, दुर्गेश, आयते, सुधरी, राधा,बंडी, गंगा व जोगा मारा गया.
जीपीएसी सदस्य/आरपीसी सदस्य- सोड़ी कुम्मा, मड़वी रेदवा.

जन संगठन – जग्गु, सुक्कू, लिंगा, लच्छू, जन मिलिशिया के कमांडर एवं सदस्य रघु, पोदिया, सोनु, मूया, पूनेम लच्छू, पोज्जा, हिड़मे, जोगा, मुलेर गांव के तीन मिलिशिया सदस्य, नुल्कातोंग नरसंहार में 15 जन जनता शामिल हैं.
नक्सलियों ने लिखा है कि इन तमाम नुकसान मुख्य रूप से सैद्धांतिक, राजनीतिक, सैनिक एवं सांस्कृतिक रूप के दुश्मन हमारे ऊपर रोज करने वाली हमले के कारण हुई है. जो दुश्मन की भीषण हमले का सामना कर रहे हैं. वह हमारे एक बड़ी चुनौती है. विगत में सलवा जुडूम के नाम पर, उसके बाद ऑपरेशन ग्रीनहंट के नाम पर संचालित दमन अभियान, अभी समाधान के नाम पर जारी है.
इन बातों से साफ तौर पर कहा जा सकता है कि एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सलियों को विगत दिनों में भारी नुकसान हुआ है. तभी नक्सली इतने लोगों की मारे जाने की बात कह रहे हैं.