नईदिल्ली : नई तकनीक लाने की तैयारी में केंद्र सरकार

नई दिल्ली : केंद्र सरकार वाहन चोरी पर लगाम लगाने के लिए एक नई तकनीक लागू करने की तैयारी कर रही है। अगर ये तकनीक लागू हो जाती है तो आपके चोरी हुए वाहन की पहचान आसानी से हो सकेगी। इस तकनीक के तहत आपके वाहन पर 15 हजार से भी ज्यादा स्थानों पर यूनिट कोड अंकित किए जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि आपका वाहन खो जाता है तो उसकी पहचान आसानी से हो सके।
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मामले की जानकारी देते हुए केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई देशों में पहले से ही इस तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें मोटर वाहन के विभिन्न हिस्सों पर एक पोलीमर लेप लगाया जाता है, जिसमें यूनिक कोड छिपा होता है। वाहन पर इस तरह का कोड अंकित है, इसे जानने के लिए लेजर प्रकाश युक्त टार्च की मदद लेनी पड़ती है। जब यह पता चल जाए कि इस वाहन में कोड अंकित है, तो उसे एक मिनी माइक्रोस्कोप की सहायता से पढ़ लिया जाता है।
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अधिकारी ने बताया कि कोड का पता चलाते ही सेंट्रल सर्वर से यह मालूम किया जा सकेगा कि इस वाहन का मालिक कौन है और यह कहां से पंजीकृत है अधिकारी ने बताया कि यह तकनीक को इस्तेमाल करने में आपको ज्यादा खर्चा नहीं करना पड़ेगा। अगर एक कार पर 15 हजार जगहों पर कोड अंकित करवाने हो उसका खर्चा मात्र 500 रुपए से भी कम आएगा और यदि इसे मोटरसाइकिल में करवाना हो तो उसका खर्चा और भी कम हो जाएगा। खास बात यह है कि यदि कार में बम विस्फोट भी हो जाए, तो यह कोड नहीं मिटेगा।
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वहीं मंत्रालय के अधिकारी से सवाल किया गया कि इसका दाम कौन देगा तो उनका कहना है कि किसी कार की सुरक्षा के लिए 500 रुपए कोई ज्यादा कीमत नहीं है, अगर आपकी गाड़ी को 500 रुपए में चोरी से सुरक्षा मिलेगी तो ग्राहक इसे करवाएंगे।