
जनपद सीओ, तहसीलदार एवं आयुष अधिकारी योगाभ्यास में बनते हैं सहभागी
जिले में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम एवं संक्रमितों के ईलाज के लिए सर्व सुविधा युक्त कोविड केयर सेंटरों का निर्माण किया गया है। इन कोविड केयर सेंटरों में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के आदेश पर संक्रमितों के इलाज के साथ उनके मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके लिए प्रतिदिन मरीजों को इंडोर गेम्स जैसे चैस, कैरम आदि की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त मरीजों के लिए कॉमन हॉल में टीवी एवं बैठने के लिए कुर्सियों का इंतजाम किया गया है।
चूंकि कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि कोरोना ना केवल शारीरिक अपितु मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी कोविड केयर सेंटरों में निरंतर मनोरोग विशेषज्ञों को दौरा कर संक्रमित मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच करने के निर्देश दिये गए हैं।
इसके अतिरिक्त कोविड केयर सेंटर माकड़ी में कोरोना संक्रमित मरीजों को मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योगाभ्यास एवं प्राणायाम सीएमएचओ टीआर कुँवर एवं आयुष नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक जाधव कोविड केयर सेंटर के नोडल डॉ बीसीद धर, डॉ विनीत जगत एवं डॉ सतीश नायक द्वारा कराया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन जनपद पंचायत सीईओ मुकुंद सलाम, तहसीलदार विजय मिश्रा द्वारा भी हिस्सा लिया जाता है।
इस संबंध में आयुष नोडल डॉ चन्द्रभान वर्मा ने बताया कि योग एवं प्राणायाम से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं ऑक्सीजन की कमी नहीं होती। जब से डॉ आलोक की ड्यूटी कोविड सेंटर में लगाई गयी है। तब से उनके द्वारा रोज सुबह प्राणायाम एवं योगाभ्यास कराया जा रहा है। इससे मरीजों का मनोबल बढ़ा है एवं पॉजिटिव ऊर्जा के साथ मरीज जल्द ठीक हो रहे हैं। इसके साथ केशकाल एवं अन्य कोविड केयर सेंटरों में भी योगाभ्यास एवं प्राणायाम प्रारंभ किया गया है।
कलेक्टर कर रहे कोविड केयर सेंटरों के मरीजों से वीडियो कॉल पर बात
मरीजों से उनका हाल जानने एवं कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा करने के लिए रोजाना एक सेंटर के दो मरीजों से चर्चा की जाती है। आज कलेक्टर द्वारा कोविड केयर सेंटर कोण्डागांव में भर्ती जामपदर निवासी कोरोना संक्रमित मरीज से बात की।
जिसमें कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा कोविड केयर में उपचार हेतु की गयी व्यवस्थाओं के संबंध में पूछे जाने पर मरीज द्वारा बताया गया कि वे दो दिनों से यहां भर्ती हैं एवं उन्हें अच्छा खाना दिया जा रहा है साथ ही शौचालयों की भी नियमित सफाई की जा रही है। उसे सेंटर में स्वास्थ्य कर्मचारियों का पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है।
जब वे सेंटर में आये थे कोरोना से डरे हुए थे परंतु सेंटर में कर्मचारियों द्वारा उनका हौसला बढ़ाया गया। अन्य मरीजों से मिलने एवं मनो रोग विशेषज्ञ से चर्चा के बाद उन्हें महसूस हुआ कि डरने की आवश्यकता है ही नहीं यहां भर्ती गंभीर मरीजों को भी स्वस्थ होते देख एवं डॉक्टरों से चर्चा उपरांत उसे संतुष्टि मिली की वह सही समय पर अस्पताल पहुंच गए हैं। डॉक्टरों ने उनके सभी लक्षणों को सामान्य बताया है एवं उन्हें जल्द ठीक होकर घर पहुंचने के लिए निश्चिंत भी किया है।