कोंडागांव की रतो बाई के जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना से नई रोशनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के केशकाल विकासखंड की ग्राम पंचायत धनोरा में रतो बाई के जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने दीपोत्सव के पूर्व नई उम्मीद जगाई है। सुदूर वनांचल की नक्सल प्रभावित अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला रतो बाई को केंद्र और राज्य सरकार की साझा पहल से एक पक्का और सुरक्षित आवास मिला है, जो न केवल उनकी दशकों पुरानी चिंता का अंत है, बल्कि उन्हें सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन का अधिकार भी प्रदान करता है।
केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में चलाई जा रही इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत रतो बाई को 1.20 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया गया। इसके साथ ही मनरेगा योजना के तहत उन्हें 90 दिन का सुनिश्चित पारिश्रमिक 23,490 रुपये भी मिला, जो उनके जीवनयापन में एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहारा साबित हुआ।
रतो बाई का जीविकोपार्जन सब्जी बेचने से होता है। इसके अतिरिक्त, उन्हें शासन की महतारी वंदन योजना, उज्ज्वला योजना, नल जल योजना, सौभाग्य योजना और शौचालय जैसी अन्य मूलभूत योजनाओं का भी लाभ मिला है। यह समन्वित प्रयास नक्सल प्रभावित परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ने, उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन उपलब्ध कराने की सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्राप्त यह पक्का आवास रतो बाई के लिए एक स्थायी ठिकाना बन गया है, जिसने उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा की नई लहर पैदा की है। यह उदाहरण साफ तौर पर दर्शाता है कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं कैसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचकर सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में सफल हो रही हैं।