बेटियों की उच्च शिक्षा को नया संबल — अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप योजना का हुआ शुभारंभ

रायपुर। बेटियाँ जब पढ़ती हैं, तो केवल अपने दो परिवार नहीं, बल्कि पूरी पीढ़ियाँ शिक्षित करती हैं। इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार ने बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास से अजीम प्रेमजी स्कॉलरशिप योजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने यह संदेश दिया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को इस पहल के लिए बधाई दी और कहा कि यह योजना हजारों बेटियों को अपने सपनों को उड़ान देने का अवसर देगी। उन्होंने कहा कि बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने हर क्षेत्र में प्रगति की है और इसमें बेटियों की भूमिका सराहनीय रही है। इस योजना का उद्देश्य यही है कि बेटियाँ आर्थिक बाधाओं के कारण अपनी पढ़ाई अधूरी न छोड़ें।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह स्कॉलरशिप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ संकल्प को और सशक्त करेगी। खास तौर पर यह योजना शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाली निम्न आय वर्ग की छात्राओं को उच्च शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने में मदद करेगी।
उन्होंने सभी महाविद्यालयों में इस योजना की जानकारी व्यापक रूप से पहुँचाने के निर्देश भी दिए।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
योजना के अंतर्गत प्रदेश के सरकारी स्कूलों से 10वीं और 12वीं पास करने वाली नियमित छात्राएँ पात्र होंगी।
जो छात्राएँ शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक प्रथम वर्ष या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश लेंगी, वे आवेदन कर सकती हैं।
आवेदन इस वेबसाइट पर किया जा सकता है या क्यूआर कोड स्कैन कर भी भेजा जा सकता है।
पूरी प्रक्रिया नि:शुल्क है।
आवेदन की तिथियाँ
पहला चरण: 10 सितम्बर से 30 सितम्बर 2025
दूसरा चरण: 10 जनवरी से 31 जनवरी 2026
यदि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या शिकायत की जानकारी हो तो उसे ईमेल करें:scholarship@azimpremjifoundation.org
आयोजन में उपस्थित गणमान्य
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, आयुक्त उच्च शिक्षा संतोष देवांगन, तकनीकी शिक्षा निदेशक विजय दयाराम के., तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के स्टेट हेड सुनील शाह उपस्थित थे।