एक्वा लाइन पर CISF नहीं, PAC और प्राइवेट सुरक्षा गार्ड्स करेंगे सुरक्षा

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से अलग नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ नहीं बल्कि पीएसी और प्राइवेट सुरक्षा गार्ड्स का इस्तेमाल करेगा.बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो लाइन को हरी झंडी दिखाई. मेट्रो के शुरू होने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर होने वाले ट्रैफिक-जाम, प्रदूषण से लोगों को निजात मिलेगी.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से अलग नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ नहीं बल्कि पीएसी और प्राइवेट सुरक्षा गार्ड्स का इस्तेमाल करेगा.बता दें कि शुक्रवार को ही नोएडा मेट्रो की नई लाइन का सीएम योगी ने उद्धाटन किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो लाइन को हरी झंडी दिखाई. मेट्रो के शुरू होने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर होने वाले ट्रैफिक-जाम, प्रदूषण से लोगों को निजात मिलेगी.
आवासीय और औधोगिक विकास होने के साथ ही दोनों जगहों पर कई मल्टीनेशनल कंपनियों के भी ऑफिस हैं. सबसे खास बात ये है कि मेट्रो स्टेशन्स की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ नहीं बल्कि पीएसी और सेवानृवित्त सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे.
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. यहां पर पार्किंग काफी हाई-टेक है. जीरो रिचार्ज बेस डिपो है. एनर्जी एफ्फीसेंट लाइटिंग है. 10 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का दावा भी किया गया है. मेट्रो पिलर्स का करीब 7 मीटर नीचे अलाइंनमेंट है. डिपो में एक साथ करीब 32 मेट्रो को रखा जा सकता है. वहीं ऐसा पहली बार होगा जब रेलिंग, प्लेटफॉर्म पैनल विज्ञापन के लिए बनाए गए हैं.
सीएम योगी ने दिखाई हरी झंडी
माना यह जा रहा है कि इस लाइन से ग्रेटर नोएडा में आबादी में तेजी आएगी. यहां पड़े लाखों खाली फ्लैट्स भर सकेंगे. 21 मेट्रो स्टेशन के साथ इस पूरी लाइन की लंबाई 30 किलोमीटर है और इसे बनाने में कुल खर्च 5500 करोड़ रुपये का है.