लंदन : स्टीफन हॉकिंग की दुनिया को आखिरी चेतावनी
लंदन : ब्रह्मांड के कई रहस्य खोल चुके महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग नहीं रहे लेकिन जाने से पहले भी वह इंसानो को आगाह कर गए कि वे अगले 200 सालों में पृथ्वी छोड़ दें। हॉकिंग ने अपने निधन से कुछ महीने पहले ही चेतवानी दी और कहा कि आने वाले समय में बढ़ती जनसंख्या, जलवायु परिवर्तन और उल्का पिंड से टकराव की वजह से होने वाले परिणाम से इंसान के लिए खुद को बचाना असंभव हो जाएगा, इसलिए वे किसी दूसरे ग्रह पर बस जाएं।
पृथ्वी को लेकर स्टीफन हॉकिंग का एक सबसे बड़ा डर ग्लोबल वॉर्मिंग था। हॉकिंग ने बीते साल जुलाई में चेतावनी दी थी, हमारे भौतिक संसाधनों का खतरनाक स्तर पर दोहन हो रहा है। हमने अपने ग्रह को जलवायु परिवर्तन के रूप में विनाशकारी तोहफा दिया है। हॉकिंग ने कहा था, बढ़ता तापमान, बर्फ पिघलना, जानवरों की प्रजातियों का नाश, वनों की कटाई जारी है।
हॉकिंग ने कहा था कि अगर ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन कम नहीं किया गया तो एक दिन शुक्र ग्रह की तरह ही धरती पर भी 460 डिग्री सेल्सियस तापमान होगा। स्टीफन ने कहा था कि इन दिनों तकनीकी विकास के साथ मिलकर इंसान के काम करने से धरती पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा था कि आने वाले दिनों में इसी कारण परमाणु या जैविक युद्ध के जरिए मानव जाति का विनाश हो सकता है। उनका कहना था कि अब एक वैश्विक सरकार ही हमें इससे बचा सकती है।
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दूसरे ग्रह पर जाना होगा
लंदन ,15 मार्च (आरएनएस)। ब्रह्मांड के कई रहस्य खोल चुके महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग नहीं रहे लेकिन जाने से पहले भी वह इंसानो को आगाह कर गए कि वे अगले 200 सालों में पृथ्वी छोड़ दें। हॉकिंग ने अपने निधन से कुछ महीने पहले ही चेतवानी दी और कहा कि आने वाले समय में बढ़ती जनसंख्या, जलवायु परिवर्तन और उल्का पिंड से टकराव की वजह से होने वाले परिणाम से इंसान के लिए खुद को बचाना असंभव हो जाएगा, इसलिए वे किसी दूसरे ग्रह पर बस जाएं।
पृथ्वी को लेकर स्टीफन हॉकिंग का एक सबसे बड़ा डर ग्लोबल वॉर्मिंग था। हॉकिंग ने बीते साल जुलाई में चेतावनी दी थी, हमारे भौतिक संसाधनों का खतरनाक स्तर पर दोहन हो रहा है। हमने अपने ग्रह को जलवायु परिवर्तन के रूप में विनाशकारी तोहफा दिया है। हॉकिंग ने कहा था, बढ़ता तापमान, बर्फ पिघलना, जानवरों की प्रजातियों का नाश, वनों की कटाई जारी है।
हॉकिंग ने कहा था कि अगर ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन कम नहीं किया गया तो एक दिन शुक्र ग्रह की तरह ही धरती पर भी 460 डिग्री सेल्सियस तापमान होगा। स्टीफन ने कहा था कि इन दिनों तकनीकी विकास के साथ मिलकर इंसान के काम करने से धरती पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा था कि आने वाले दिनों में इसी कारण परमाणु या जैविक युद्ध के जरिए मानव जाति का विनाश हो सकता है। उनका कहना था कि अब एक वैश्विक सरकार ही हमें इससे बचा सकती है।
स्टीफन हॉकिंग ने पैरिस जलवायु समझौते को लेकर भी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि पैरिस समझौते से अमेरिका को अलग करने का डॉनल्ड ट्रंप का फैसला धरती को तबाही को और धकेल सकता है। ट्रंप के इस फैसले से ग्लोबल वॉर्मिंग उस स्तर तक पहुंच सकता है जहां से वापस आना फिर मुमकिन नहीं होगा।
को लेकर भी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि पैरिस समझौते से अमेरिका को अलग करने का डॉनल्ड ट्रंप का फैसला धरती को तबाही को और धकेल सकता है। ट्रंप के इस फैसले से ग्लोबल वॉर्मिंग उस स्तर तक पहुंच सकता है जहां से वापस आना फिर मुमकिन नहीं होगा।