मध्यप्रदेश

80 घंटे बोलने का अपना रिकॉर्ड तोड़ कर नाबाद रहे पचौरी बिना रुके लगातार 101 घंटे बोलकर

गंजबासौदा : विगत दिवस देहदानी विकास पचौरी ने 80 घण्टे लगातार बोलकर अपने ही पूर्व में बनाये कीर्तिमान की बराबरी की ओर 100 घण्टे बोलने के संकल्प के चलते सतत बोलते रहे नागरिकों में बड़ी उत्सुकता थी कि बिना रुके बिना थके कोई कैसे बोल सकता है लेकिन सब की उम्मीदों के विपरीत जाते हुए विकास ने वो कर दिखाया जो उन्होंने ठानी थी और पहले दोपहर 1 बजे उन्होंने 100 घण्टे पूर्ण किये नागरिकों को लगा कि अब सायद वह चुप हो जाएंगे लेकिन इस देह को दान कर देने बाले इस अलौकिक प्राणी ने सायद कुछ और ही सोच रखा था। वह सतत बोलता रहा लोगों की उत्सुकता ओर मुह में उंगली चबाती हुई जनता टकटकी लगाए विकास को देखती रही और सुनती रही ओर फिर वह घड़ी थी आ गई ।

2 बजते ही 101 घंटे पूर्ण हुए और तालियों की गड़गड़ाहट गगन में आतिशबाजी ओर समर्थकों में खुशी और उत्साह को देख विकास पचौरी की आंखों में आंसू झलक उठे लेकिन कुछ विरले लोग कुछ कर गुजरने बाले लोग मानो अलग ही होते हैं । विश्व कीर्तिमान बनाने पर विकास को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया साथ ही विकास ने कार्यक्रम से पूर्व माता शीतला के चरणों मे प्रणाम कर आशीर्वाद लेकर आयोजन प्रारम्भ किया था इसलिए कीर्तिमान पूर्ण होते ही सर्वप्रथम मां शीतला के मंदिर पहुंच कर माता को प्रणाम कर आर्शीवाद लिया जिस समय विकास यह कीर्तिमान हासिल कर रहे थे ।

उस समय मंच पर उनके साथ उनकी माँ , पत्नी ओर बेटियां उपस्थित थी ओर इस मौके पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजेश मेहता , राजीव गांधी जन चिकित्सालय प्रभारी रविन्द्र चिडार भी उपस्थित थे। जिन्होंने इतिहास दर्ज होने के पूर्व विकास पचौरी का मेडिकल परीक्षण किया कीर्तिमान दर्ज होने के उपरांत नगर के गणमान्य नागरिकों के साथ कई सामाजिक संगठनों ने पचौरी का अभिवादन किया |

पीड़ित मानवता की सेवा के लिए किया आयोजन
विकास पचौरी ने बताया यह आयोजन मैंने रिकार्ड बनाने के लिए नहीं बल्कि पीड़ित मानवता की सेवा के लिए किया पांच दिन में मानस भवन में गरीब नागरिकों के लिए कपड़े एवं मेडिकल की दवाइयां बहुत सी सामग्री एकत्रित हुई है जो कि गंजबासौदा ओर आसपास के क्षेत्रों में गरीब बस्तियों में वितरित किया जायेगा |

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button