भारत में 50 रुपए होंगे पैट्रोल के दाम !

नईदिल्ली, (Fourth Eye News) रूस और सऊदी अरब के बीच कच्चे तेल को लेकर प्राइस वॉर छिड़ गया है. जिसका फायदा भारत की आम जनता को होना तय है, दरअसल कोरोना वायरस से जुड़े संकट के बीच सऊदी अरामको के सप्लाई बढ़ाने के फैसले से तेल की कीमत में और भी गिरावट होने की उम्मीद जताई जा रही है. जिससे पैट्रोल के दाम कम हो सकते हैं.
बीते दिनों कच्चे तेल की कीमत में 30 फीसदी तक की गिरावट आई थी और अगर यह सिलसिला बरकरार रहा तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत 50 रुपये प्रति लीटर से भी कम हो सकती है।
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खनिज तेल बाजार की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको ने तेल आपूर्ति बढ़ाने की घोषणा की है। इससे मांग की नरमी से प्रभावित बाजार में आपूर्ति की बाढ़ आने तथा सऊदी अरब और रूस के बीच बाजार में मूल्य गिराने की होड़ बढ़ने की आशंका है। अरामको ने मंगलवार को कहा कि वह कच्चे तेल की दैनिक आपूर्ति बढ़ाकर अप्रैल में 1.23 करोड़ बैरल तक ले जाएगी ।
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1.23 करोड़ बैरल तेल की आपूर्ति
कंपनी ने शेयर बाजार को दी गयी सूचना में कहा,‘वह अप्रैल में अपने ग्राहकों को प्रति दिन 1.23 करोड़ बैरल तेल की आपूर्ति करेगी।’ यह दुनिया की सबसे बड़ी तेल निर्यातक है। इस समय वह रोज 98 करोड़ बैरल तेल की आपूर्ति कर रही है। अप्रैल तक यह 22 लाख बैरल बढ़ जाएगा। शेयर बाजार को दिए गए बयान में क
सरकार का इंपोर्ट बिल घटेगा
भारत अपनी जरूरत का 83 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है। वैश्विक बाजार में क्रूड के दाम घटने से घरेलू बाजार में फ्यूल के दाम तेजी से घटेंगे और इससे सरकार और आम आदमी की जेब में ज्यादा पैसा आएगा। सरकार इंपोर्ट बिल घटने से बचने वाले पैसे का इस्तेमाल ग्रोथ बढ़ाने और खपत बढ़ाने पर कर सकती है।