‘मन की बात’ में प्रदर्शनकारियों को कुछ नहीं बोले पीएम, नक्सलियों को दिया ‘संदेश’

नई दिल्ली. (Fourth Eye News) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए 61वीं बार देश की जनता से रुबरू हुए, यह पहला मौका है जब गणतंत्र दिवस और पीएम के मन की बात कार्यक्रम एक ही दिन आया. कार्यक्रम के समय में बदलाव के लिए उन्होने कहा कि गणतंत्र दिवस की वजह से ही कार्यक्रम के समय में बदलाव किया गया और शाम 6 बजे मैं आप लोगों से बात कर रहा हूं।
पीएम ने असम में खेलो इंडिया के आयोजन पर बधाई दी और ऐलान किया कि इसी तर्ज पर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन होगा। उन्होंने छात्रों को परीक्षा की तैयारियों के लिए बधाई दी और कहा कि सर्दी और परीक्षा के सीजन में खुद को फिट रखें, इसके साथ ही पीएम ने अभावों के बावजूद देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों की भी सराहना की ।
जल संचयन पर बात करते हुए उन्होने कहा कि राजस्थान में लोगों ने बावड़ियां साफ करने का संकल्प लिया । उत्तराखंड के अल्मोड़ा में ग्रामीणों ने गांव पाइपलाइन बिछाई। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सराही झील को सहेजा।
पीएम ने कहा कि असम में एक और बड़ा काम हुआ । यहां 8 मिलिटेंट ग्रुप के लोगों ने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया। ये मुख्यधारा में वापस आए। पिछले साल त्रिपुरा में भी 80 से ज्यादा लोग हिंसा का रास्ता छोड़ वापस लौटे। उनका यह विश्वास दृढ़ हुआ कि शांति ही विवाद सुलझाने का एक मात्र रास्ता है। साथ ही पीएम ने अपील की मैं हिंसा के रास्ते पर गए लोगों से अपील करता हूं कि वे वापस लौट आएं.
Recent surrenders of militants in Assam and Tripura are welcome steps.
I appeal to youth in the Northeast associated with militancy- come, let’s work together to build a New India. Let’s solve things peacefully. In this era of knowledge and democracy, violence has no place. pic.twitter.com/VoqVizY3fg
— Narendra Modi (@narendramodi) January 26, 2020
खेलो इंडिया की बात करते हुए उन्होने कहा कि असम में खेलो इंडिया में 6 हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। 80 रिकॉर्ड टूटे और इनमें से 56 रिकॉर्ड बेटियों ने तोड़े। 3200 प्रतिभाशाली बच्चे उभरकर सामने आए। कई ऐसे हैं, जो अभाव और गरीबी के बीच पढ़े लिखे हैं।
अभावों से जूझकर जीत हासिल करने वाली गुवाहाटी की पूर्णिमा की बात करते हुए उन्होने कहा कि पूर्णिमा सफाई कर्मचारी हैं । उनकी बेटी और बेटों ने खेलों में असम का प्रतिनिधित्व किया। तमिलनाडु में बीड़ी बनाने वाले योगानंद की बेटी ने वेटलिंफ्टिंग में गोल्ड जीता। अपने पास भी एक डेविड बेकहम है, जिसने गुवाहाटी के खेलों में स्वर्ण जीता। मां-बाप को खो चुके इस बच्चे ने साइकिलिंग स्पर्धा में पदक जीता। इसके साथ ही उन्होने कई ऐसे युवाओं की चर्चा की ।
एग्जाम सीजन में एक बार फिर पीएम ने विद्यार्थियों को फिट रहने की सलाह दी है. उन्होने कहा कि देश के करोड़ों विद्यार्थियों से चर्चा के बाद मैं विश्वास से कह सकता हूं कि देश का युवा आत्मविश्वास से भरा है. उन्होने कहा कि पिछले साल नवंबर में शुरू हुई फिट इंडिया स्कीम कामयाब हुई। 65 हजार से ज्यादा स्कूलों ने फिटनेस प्रमाणपत्र हासिल किया। मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि दिनचर्या में फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा जरूर दें।