गणेशोत्सव से पहले शरारतियों पर पुलिस का सख्त प्रहार

गणपति बप्पा की पूजा-उत्सव से कुछ दिन पहले वडोदरा में शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को पुलिस ने ऐसा सबक दिया कि सबकी आंखें खुल गईं। गणपति के जुलूस में अंडे फेंकने वाले तीन आरोपियों को पकड़कर पुलिस ने उन्हें सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार करने और माफी मांगने के लिए मजबूर किया।
मामला सोमवार रात का है, जब सिटी विस्तार इलाके में कुछ शरारती तत्वों ने गणपति की मूर्ति पर अंडे फेंककर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। इस घटना ने पूरे शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। पुलिस आयुक्त नरसिम्हा कोमार ने तुरंत कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
तीन आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल था, जिनका सोमवार को ही गिरफ्तार किया गया। बुधवार को इन्हें रस्सी बांधकर, हाथ बंधे और घुटनों पर बैठाकर, पुलिस ने उसी इलाके में सार्वजनिक तौर पर जुलूस निकालते हुए लोगों के सामने माफी मांगवाई। पुलिस का यह कदम एक साफ संदेश था कि शहर में धार्मिक भावनाओं को कोई आंच नहीं आने दी जाएगी।
पुलिस ने आरोपियों को उसी जगह पर ले जाकर घटनास्थल का पुनः निर्माण किया, जहां अंडे फेंके गए थे। सिटी विस्तार, जो हिन्दू-मुस्लिम मिश्रित आबादी वाला क्षेत्र है, वहां पुलिस की सख्ती से किसी भी अप्रिय घटना को टाला गया।
डीसीपी क्राइम हिमांशु वर्मा ने बताया कि जांच अभी जारी है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया। पुलिस आयुक्त नरसिम्हा कोमार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि गणेशोत्सव के दौरान किसी भी तरह की अशांति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वडोदरा में इस बार करीब 1300 जगहों पर गणपति की स्थापना हुई है, जहां पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाए हैं।
यह कार्रवाई न सिर्फ एक सबक है, बल्कि गणेशोत्सव में शांति और भाईचारे को मजबूत करने का भी प्रतीक है।


