बिहार चुनाव की दस्तक से पहले सियासत गरमाई, राहुल-तेजस्वी की जोड़ी निकालेगी ‘वोटर अधिकार यात्रा’

बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म है — इस बार वजह है मतदाता सूची का स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) और उस पर मचा बवाल। चुनाव की आहट के बीच इंडी गठबंधन अब फ्रंटफुट पर आ गया है।
गुरुवार, 7 अगस्त को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर विपक्षी दलों की अहम डिनर मीटिंग हुई, जहां 25 दलों के करीब 50 नेताओं ने कंधे से कंधा मिलाकर चुनावी रणभूमि में उतरने की तैयारी कर ली।
17 अगस्त से राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’, तेजस्वी भी होंगे साथ
बैठक में सबसे बड़ा फैसला बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकालने का लिया गया, जिसकी अगुवाई करेंगे राहुल गांधी। इस यात्रा में राजद नेता तेजस्वी यादव भी साथ होंगे और यह 15 दिनों तक पूरे बिहार में घूमेगी।
शुरुआत होगी रोहतास से 17 अगस्त को, जबकि पटना में 1 सितंबर को इसका भव्य समापन होगा। समापन कार्यक्रम में विपक्ष के कई बड़े चेहरे एक मंच पर दिख सकते हैं — यानी पटना में एक और ‘शक्ति प्रदर्शन’ तय माना जा रहा है। गौरतलब है कि पहले ये यात्रा 10 अगस्त से शुरू होने वाली थी, लेकिन रणनीतिक वजहों से इसे टाल दिया गया।
चुनाव आयोग और BJP पर विपक्ष का बड़ा हमला
डिनर मीटिंग में राहुल गांधी ने SIR को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। उनका आरोप था कि चुनाव आयोग और BJP की मिलीभगत से मतदाता सूची में हेरफेर हो रही है। राहुल ने बैठक में एक प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि कैसे लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। सभी विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ने की सहमति दी।
संसद में भी गूंजा SIR का मुद्दा
SIR पर विवाद सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है — इसकी गूंज संसद के मानसून सत्र में भी सुनाई दी। विपक्षी सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में जोरदार हंगामा किया। परिणामस्वरूप, गुरुवार को संसद की कार्यवाही ठप रही।