प्रधानमंत्री आवास योजना : कच्चे मकान से मिला छुटकारा, अब पक्के मकान में हो रहा गुजारा
राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना ने बदल दी घर की तस्वीर

प्रधानमंत्री आवास योजना के चलते छत्तीसगढ़ के कई परिवारों को कच्चे मकान से मुक्त होकर पक्के, मजबूत और सुरक्षित घर मिलने लगे हैं। इस योजना ने न सिर्फ जीवन की गुणवत्ता सुधारी है, बल्कि स्वाभिमान और सामाजिक सुरक्षा का अहसास भी कराया है।
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने जरूरतमंद परिवारों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक आशियाने का सपना साकार कर दिया है। रायगढ़ जिले में मिशन मोड में 20,000 से अधिक मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है, जिससे कई परिवारों ने कच्चे घरों की समस्याओं से छुटकारा पाया है।
इस योजना के तहत बजट और सामग्री की समय पर उपलब्धता, नियमित फील्ड विजिट और हितग्राहियों से निरंतर संवाद के कारण काम तेजी से पूरा हो पाया है। योजना के प्रभाव से न केवल घर की मजबूती बढ़ी है, बल्कि इसमें रहने वाले लोगों की सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है।
योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत के सीईओ जितेन्द्र यादव ने अहम भूमिका निभाई है। हितग्राहियों ने बताया कि अब उनके बच्चों को पढ़ाई और पारिवारिक जीवन में बेहतर माहौल मिला है।
रायगढ़ की यह सफलता छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्रोत बनी है, जहां सरकारी प्रयासों और जनभागीदारी से हर परिवार को पक्का आशियाना उपलब्ध हो रहा है। इससे गांवों का विकास और समृद्धि की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।