अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना से प्रतिज्ञा का फौज में जाने का सपना होगा पूरा

रायपुर। एक माँ की आँखों में उमड़ी खुशी, चेहरे पर झलकता गर्व और शब्दों में छलकता भावातिरेक इस बात का प्रमाण है कि सरकार की योजनाएँ अब केवल कागज़ों तक सीमित नहीं, ज़मीन पर असर दिखा रही हैं।
रायपुर की नंदिनी यादव रोज़ी-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं। आज जब उन्होंने अपनी बेटी प्रतिज्ञा का दाखिला छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल, टाटीबंध में करवाया, तो उनकी आँखें भर आईं। यह सपना उन्होंने वर्षों से देखा था — कि उनकी बेटी भी अंग्रेज़ी माध्यम में पढ़े, अच्छी शिक्षा पाए।
यह संभव हुआ अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना की बदौलत, जो उन बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए बनाई गई है, जिनके परिवार सीमित संसाधनों में जीवन यापन कर रहे हैं।
नंदिनी बताती हैं कि प्रतिज्ञा हमेशा कहती थी, “मुझे फौज में जाना है, देश की सेवा करनी है।” आज जब उसकी पढ़ाई की राह खुल गई है, तो माँ को यकीन है कि बेटी अपने लक्ष्य तक ज़रूर पहुँचेगी।
इस मौके पर जब उन्होंने अपनी भावनाएँ साझा कीं, तो वहाँ मौजूद लोग भी भावुक हो उठे। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह जीवन का सबसे बड़ा तोहफा है। अब मेरी बच्ची का भविष्य संवर जाएगा।”
लेकिन यह बदलाव केवल शिक्षा तक सीमित नहीं। नंदिनी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान मिला, उज्ज्वला योजना से रसोई गैस कनेक्शन और उनकी सासू माँ को सिलाई मशीन मिली।
उनका कहना है, “इन योजनाओं ने हमारे परिवार की ज़िंदगी बदल दी है। यही तो असली अंत्योदय है।”
अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना के तहत कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पूरी पढ़ाई का खर्च सरकार उठाती है। नंदिनी अब निश्चिंत हैं — उनकी बेटी का सपना अब सिर्फ सपना नहीं, एक नई शुरुआत है।