कांकेर हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ बंद, कई जिलों में बाजार ठप, रायपुर में बवाल और तोड़फोड़

कांकेर जिले के आमाबेड़ा में हुई हिंसा और कथित धर्म परिवर्तन के मामले ने पूरे छत्तीसगढ़ में तनाव का माहौल बना दिया है। इसी के विरोध में कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने आज छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया, जिसका असर प्रदेश के कई हिस्सों में साफ दिखा। राजधानी रायपुर, दुर्ग, जगदलपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर में सुबह से ही बाजार, दुकानें, स्कूल और निजी संस्थान बंद रहे। हालांकि MCB जिले में बंद का खास असर नहीं दिखा।
इस बीच कांकेर के आमाबेड़ा क्षेत्र में हालात फिर बिगड़ गए। उसेली गांव में कथित धर्मांतरण को लेकर गांववालों ने ईसाई धर्म अपनाने वाली महिला राम बाई तारम के घर में तोड़फोड़ कर दी। राम बाई का कहना है कि वह पिछले 5-6 वर्षों से ईसाई धर्म को मान रही हैं और किसी भी दबाव में हिंदू धर्म में वापस नहीं आएंगी। उन्होंने बताया कि बीमारी के इलाज के दौरान उन्होंने धर्म बदला था।
राजधानी रायपुर में भी बंद के दौरान बवाल देखने को मिला। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर ब्लिंकिट ऑफिस में घुसकर कर्मचारियों से मारपीट करने का आरोप लगा है, जिसकी तस्वीरें CCTV कैमरे में कैद हुई हैं। इसके अलावा मैग्नेटो मॉल में हिंदू संगठनों द्वारा तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं।
रायपुर में हिंदू संगठन, चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरे और दुकानदारों से प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की। कई जगह कार्यकर्ता लाठी-डंडों के साथ नजर आए।
इस बंद को RSS, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स समेत कई व्यापारिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों का समर्थन मिला है। हालांकि अस्पताल, मेडिकल स्टोर और इमरजेंसी सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहीं। धमतरी में लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से शराब दुकानें भी बंद कराईं।



