रायपुर: सरकारी अस्पतालों के लिए अच्छी हैं शासन की ये योजनाएं

रायपुर,(FourthEyeNews) प्रदेश में 1 जनवरी 2020 से डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना लागू की गई है. पहले ही दिन से मरीजों को इनका लाभ मिलना शुरू हो गया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा, संजीवनी सहायता कोष, मुख्यमंत्री बालहृदय सुरक्षा, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) एवं मुख्यमंत्री बाल श्रवण जैसी पूर्ववती योजनाओं की कमियों और खामियों को इन योजनाओं में दूर किया गया है।
पहले मलेरिया, डायरिया, टाइफाइड एवं टिटनेस जैसी बहुत सी बीमारियों का इलाज निजी अस्पतालों में होता था जिनका इलाज शासकीय अस्पतालों में भी आसानी से उपलब्ध है। अब इस तरह के सभी उपचार शासकीय अस्पतालों में ही होंगे।
पूर्ववर्ती योजनाओं के अंतर्गत निजी क्षेत्र में होने वाले 180 उपचार और प्रक्रियाएं (Procedures) ऐसी हैं जिनकी सुविधाएं शासकीय अस्पतालों में भी मौजूद हैं।
इन उपचारों व प्रक्रियाओं के पैकेज को शासकीय अस्पतालों के लिए आरक्षित किया गया है। नई योजनाओं के तहत ये सभी इलाज सरकारी अस्पतालों में होने से निजी क्षेत्र को मिलने वाली राशि अब शासकीय अस्पतालों को मिलेगी। इससे उन्हें एक बड़ा बजट मिलेगा।
एएसडी, वीएसडी के उपचार में समस्या नहीं
पूर्व में मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना के माध्यम से हृदय में छेद संबंधी (एएसडी, वीएसडी) बीमारियों का उपचार निजी अनुबंधित अस्पतालों में कराया जा रहा था। अब इन दोनों बीमारियों का उपचार रायपुर मेडिकल कॉलेज, एम्स रायपुर और नवा रायपुर के सत्य सांई अस्पताल में होगा। इलाज में ज्यादा खर्च आने पर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से पूरी राशि उपचार के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। पहले निर्धारित पैकेज से अधिक खर्च आने पर अन्य राज्यों में उपचार की स्थिति में राशि दिलाने में दिक्कत आती थी।