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जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की गठबंधन धर्म निभाने की एकतरफा कोशिश

बिलासपुर 

  • बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती की ओर से लोकसभा चुनाव में तवज्जों न दिए जाने के बावजूद गठबंधन धर्म निभाने की एकतरफा कोशिश करते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) के प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी 14 अप्रैल को मायावती के साथ मंच पर नजर आएंगे।
  • जांजगीर के हाईस्कूल मैदान में फिर बसपा व जकांछ गठबंधन की झलक दिखाई देगी ।
  • हालांकि कांग्रेस के रणनीतिकारों के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं है।
  • लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों के बंटवारे और उसके बाद बसपा द्वारा एक-एक कर सभी 11 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा से यह संभावना बनने लगी थी कि लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा जकांछ गठबंधन टूट जाएगा।
  • फिलहाल ऐसे होते दिखाई नहीं दे रहा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो जोगी ने बसपा के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने का एलान कर दिया है।
  • विधानसभा चुनाव के दौरान बिलासपुर के खेल परिसर में जिस तरह मायावती और जोगी ने मंच साझा कर गठबंधन की गंभीरता का संदेश दिया था।
  • बसपा व जकांछ के दिग्गजों की मौजूदगी के चलते जकांछ के परंपरागत मतदाताओं के धु्रवीकरण को लेकर चल रही अटकलबाजी पर भी विराम लगेगा ।
  • जाहिर है इससे कांग्रेसी रणनीतिकारों को करारा झटका लगेगा।
  • कांग्रेस के रणनीतिकार उम्मीद लगाए बैठे थे कि जकांछ और बसपा के बीच दूरियां बढ़ने के कारण जोगी समर्थित अनुसूचित जाति वोटरों के अलावा पार्टी के परंपरागत मतदाताओं के सामने राजनीतिक विकल्प न होने के कारण कांग्रेस की ओर झुकाव बढ़ेगा और ध्रुवीकरण करने में भी राजनीतिक रूप से मदद मिलेगी ।
  • बसपा सुप्रीमो के साथ मंच साझा करने जकांछ प्रमुख के खुलासे के बाद यह संभावना भी जाती रही ।
  • यह चर्चा भी जोरों पर है कि माया-जोगी गठबंधन को जारी रखने के पीछे वोटों के होने वाले ध्रुवीकरण को रोकना भी माना जा रहा है।

https://www.youtube.com/watch?v=wXBVn4Sn-kA

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