
- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने किसानों का मुद्दा सदन में उठाया. अजीत जोगी ने सदन में कहा कि पंजाब और कर्नाटक में किसानों का कर्ज माफ की कोशिश हुई है, लेकिन स्थिति बिल्कुल अलग है. पंजाब में 90 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है, केवल 3 हजार करोड़ रुपये ही माफ हुआ है. कर्नाटक में 45 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है, लेकिन केवल 75 करोड़ रुपये का ही कर्जा माफ हुआ है.
- पूर्व सीएम अजीत जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 3 साल में सभी किसानों का कर्जा माफ किया जा सकता है. तुलनात्मक अध्ययन के बाद हल निकाला जा सकता है. अजीत जोगी ने economic and weakly magazine का हवाला देते हुए कहा कि 72 प्रतिशत किसान साहूकारों से कर्ज लेते हैं. 28 प्रतिशत किसान अन्य बैंकों से कर्ज लेते हैं. एक साल में 858 किसानों ने आत्महत्या की है. दूसरी तरफ यदि एनसीआरबी के आंकड़ों पर ध्यान दें तो 2500 से 3000 किसानों ने आत्महत्या की है.
- अजीत जोगी ने सदन में कहा कि तीसरे दिन अधिसूचना जारी कर कांग्रेस सरकार ने अधिसूचना में कंडिका चार में लिखा है कि किसानों के दीर्घकालीन और मध्यकालीन कर्ज माफ नहीं होंगे. निजी और वित्तीय कर्ज माफ नहीं होंगे. अजीत जोगी ने कंडिका चार को निकलाने की मांग सदन में की.