बस्तर में बाढ़ के बाद राहत कार्यों में तेजी, प्रभावितों को मिल रही पूरी मदद

रायपुर। बस्तर संभाग में हाल ही हुई भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री के विदेश यात्रा से लौटने के बाद दंतेवाड़ा में आयोजित बैठक में जिला कलेक्टरों को राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए थे। इन निर्देशों का तेजी से पालन करते हुए प्रभावित परिवारों को राशन, दवाइयां, गैस चूल्हे, सिलेंडर और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है।
राहत शिविरों में भी प्रभावितों के दैनिक जीवन की हर सुविधा सुनिश्चित की गई है। बाढ़ का पानी जैसे-जैसे कम हो रहा है, नुकसान का आकलन और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ रही है। राजस्व विभाग ने बाढ़ में खराब हुए जरूरी दस्तावेजों के पुनर्निर्माण का काम शुरू कर दिया है।
बस्तर के कई प्रभावित गांवों में राहत दल सक्रिय हैं और किसानों को बह गई किसान किताबें, राशन कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, और बैंक पासबुक जैसी जरूरी कागजात उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिला प्रशासन घर-घर जाकर सर्वे कर रहा है और पात्र लोगों को राहत राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेज रहा है।
सरकार इस बात पर खास ध्यान दे रही है कि कोई भी प्रभावित परिवार बिना मदद के न रह जाए। मकान, फसल, पशु और घरेलू सामान के नुकसान का विस्तृत ब्यौरा तैयार कर हर मामले में पारदर्शिता के साथ काम किया जा रहा है ताकि समय पर सही सहायता मिल सके।
स्थानीय लोगों ने सरकार की इस तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की है। एक प्रभावित ग्रामीण ने कहा कि इस सहायता ने उन्हें उम्मीद और नया जीवन देने में मदद की है। प्रशासन की यह पहल बाढ़ प्रभावितों को न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक रूप से भी सहारा दे रही है, जिससे वे अपने जीवन को जल्द सामान्य कर सकें।