रूस ने उड़ाया ‘महाबली’, वॉशिंगटन में चल रही बैठक से पहले दी विनाश की चेतावनी!

जब वाशिंगटन में विश्व शक्तियों की बड़ी बैठक होने जा रही थी, ठीक उसी वक्त रूस ने अपने सबसे घातक बमवर्षक Tu-95MS को आसमान में उड़ाकर पूरी दुनिया को सख्त संदेश दे दिया। यह कोई संयोग नहीं था, बल्कि रणनीति थी—”अगर यूक्रेन नहीं झुका, तो बर्बादी तय है!”
सोमवार रात (भारतीय समयानुसार), जब अमेरिका की राजधानी में युद्ध विराम को लेकर गंभीर चर्चाएं हो रही थीं, रूस ने आसमान में तबाही का ट्रेलर दिखा दिया। इसका असर इतना जबरदस्त था कि बैठक की दिशा ही बदल गई। ट्रंप के दबाव में ज़ेलेंस्की ने संघर्षविराम की मांग छोड़ दी और एक त्रिपक्षीय बातचीत पर सहमत हो गए।
🛩️ Tu-95MS बनाम B-52 Stratofortress – कौन किस पर भारी?
👉 Tu-95MS — रूस का लंबी दूरी तक उड़ान भरने वाला बमवर्षक, टर्बोप्रॉप इंजन से लैस, परमाणु और पारंपरिक हथियारों से लैस। इसकी खासियत इसकी ईंधन क्षमता और विशिष्ट प्रोपेलर ध्वनि है।
👉 B-52 Stratofortress — अमेरिका का दिग्गज टर्बोजेट इंजन वाला बमवर्षक, जो भारी पेलोड और तेज़ रफ्तार से मिशन पर निकलता है। इसकी स्टैंड-ऑफ मिसाइल और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां इसे और अधिक घातक बनाती हैं।
कौन किस मिशन में चमकता है?
Tu-95MS: क्रूज़ मिसाइल लॉन्च और क्षेत्रीय शक्ति प्रदर्शन में माहिर।
B-52H: वैश्विक बमबारी, सामरिक मिशन और सहयोगी अभियानों में अग्रणी।
स्टील्थ की कमी, लेकिन प्रासंगिकता बरकरार!
दोनों विमान पुराने ज़माने के डिज़ाइन पर आधारित हैं, लेकिन इन्हें अपग्रेड कर के आज के युद्धों के लायक बना दिया गया है। स्टील्थ की कमी के बावजूद, इनका स्टैंड-ऑफ हमला और लंबी दूरी तक मार इन्हें आज भी दुनिया के सबसे खतरनाक बमवर्षकों की कतार में खड़ा करती है।