मुंबई : 95 अंकों की बढ़त से खुला सेंसेक्स, निफ्टी भी चढ़ा

मुंबई : रेकॉर्ड बढ़त के साथ गुरुवार को बंद हुए शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन में भी उत्साह देखने को मिला है। सेंसेक्स 95 अंकों की बढ़त के साथ 36,643 के स्तर पर खुला है। इसके अलावा निफ्टी भी 27 अंकों की तेजी से 11,050 पर खुला है।
सेंसेक्स 95 अंकों की बढ़त के साथ 36,643 के स्तर पर खुला है
इससे पहले गुरुवार को शेयर बाजार का कारोबार जोरदार तेजी के साथ ही बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 282.48 अंकों की बढ़त के साथ 36,548 के स्तर पर बंद हुआ । यह सेंसेक्स का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। निफ्टी भी 74 अंकों की शानदार बढ़त के साथ 11,023 के स्तर पर बंद हुआ है।
2 ) मुंबई : मुंबई, दिल्ली वालों से ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं बेंगलुरु के लोग
नई दिल्ली : ऑनलाइन शॉपिंग के मामले में बेंगलुरु ने राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई को पीछे छोड़ दिया है। उद्योग संगठन एसोचैम और रिसर्जेंट इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से किये गये एक अध्ययन में कहा गया है कि पिछले साल बेंगलुरु ने ऑनलाइन शॉपिंग के मामले में अन्य सभी शहरों को पीछे छोड़ दिया। मुंबई दूसरे और दिल्ली तीसरे स्थान पर रहा है।
यहां भी क्लिक करें – https://www.youtube.com/watch?v=5cm1FEINx6o&t=8s
बेंगलुरु के 75 प्रतिशत लोग कपड़ों, उपहारों, पत्रिकाओं, घरेलू उपकरणों, खिलौनों, गहनों, सौंदर्य उत्पादों और खेल के सामान आदि की खरीद ऑनलाइन करते हैं। वहीं, मुंबई और दिल्ली में पिछले साल ऑनलाइन खरीददारी करने वालों की संख्या क्रमश: 68 और 65 प्रतिशत रही जिनके इस साल बढक़र क्रमश: 72 और 68 प्रतिशत पर पहुँचने की उम्मीद है।
72 और 68 प्रतिशत पर पहुँचने की उम्मीद है
अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल, लॉजिस्टिक्स के बेहतर बुनियादी ढाँचों, ब्रॉडबैंड और इंटरनेट सुविधा वाले डिवाइसों की उपलब्धता बढऩे से ऑनलाइन शॉपिंग में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले साल 10 करोड़ लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग की। वर्ष 2020 तक इनकी संख्या बढक़र 12 करोड़ पर पहुँच जायेगी। वहीं, देश की कुल रिटेल बिक्री इस साल 1,244.58 अरब डॉलर पर बढऩे की उम्मीद है जो वर्ष 2014 में 717.73 अरब डॉलर थी। इस प्रकार यह 15 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ रहा है।
ऑनलाइन शॉपिंग में तेजी से वृद्धि हो रही है
एसोचैम ने कहा है कि मोबाइल कॉमर्स भी तेजी से बढ़ रहा है। इस साल यह और ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो जायेगा क्योंकि कंपनियाँ एम-कॉमर्स की ओर बढ़ रही हैं। अभी कुल ई-कॉमर्स का 30 से 35 प्रतिशत मोबाइल के जरिए होता है और वर्ष 2020 तक यह प्रतिशत बढक़र 50 पर पहुँच जायेगा।