
जगदलपुर : बस्तर में किरंदुल से लेकर विशाखापट्टनम तक जाने वाली केके रेल मार्ग के दोहरीकरण के कार्य में नक्सलियों का बीते कुछ दिनों से किया जा रहा उत्पात सबसे बड़ी बाधा बनकर सामने आया है और इसके कारण बस्तर के दक्षिणी भाग दंतेवाड़ा में काम रूक गया है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दो दिन पूर्व दंतेवाड़ा के ग्राम कुपेर के समीप एक पेड़ गिराकर नक्सलियों ने रेल्वे ट्रैक क्षतिग्रस्त करने की कार्रवाई की और उसके बाद ही कमालूर स्टेशन के नजदीक दोहरीकरण कार्य के लिए ओएचई पोल लेकर आए ट्रेलर में आगजनी की घटना की ।
नक्सलियों का बीते कुछ दिनों से किया जा रहा उत्पात सबसे बड़ी बाधा बनकर सामने आया है
इस कार्रवाई से काम करने वाले मजदूरों सहित अन्य कर्मचारियों ने अत्यधिक भय व्याप्त है और इसके चलते निजी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के कर्मचारी तथा लोग और कारीगर इस क्षेत्र में काम करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। उल्लेखनीय है इसके पूर्व गत माह के अंतिम सप्ताह में नक्सलियों ने कुपेर गांव में रेलवे लाइन दोहरीकरण कार्य में लगी मशीनों और वाहनों में आगजनी के अलावा कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुपरवाइजर और एक रेल्वे कर्मचारी की जमकर पिटाई की थी।
6 माह पहले कमालूर में खड़ी आधा दर्जन गाडिय़ों और मशीनों में आग लगाने की वारदात के बाद से कमालूर से भांसी स्टेशन के बीच काम अब तक शुरू नहीं हो सका था। दंतेवाड़ा से कमालूर स्टेशन के बीच नई लाइन के लिए पुल-पुलियों और नाली के निर्माण का छिटपुट काम चल रहा था। इसके बाद से ही दोहरीकरण का काम रूक गया है और सुरक्षा के अभाव में कर्मचारी तथा श्रमिक काम करना ही नहीं चाहते हैं।