रजत महोत्सव पर विकास की रजत रेखा, आत्मसमर्पित नक्सली पीड़ित परिवार को मिला नया आशियाना

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के रजत महोत्सव वर्ष में विकास की रोशनी उन इलाकों तक पहुँच रही है, जहाँ कभी सिर्फ अंधेरा था। कोंडागांव जिले के केजंग गांव में रहने वाले गाड़ोराम नेताम, जो एक आत्मसमर्पित नक्सली पीड़ित परिवार से हैं, अब अपने पक्के घर में परिवार के साथ एक शांत और सुरक्षित जीवन जी रहे हैं।
राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की विशेष परियोजना के तहत नेताम को 1.30 लाख रुपये की अनुदान राशि मिली, जिससे उन्होंने अपना पक्का घर बनाया। पहले जहां उनका परिवार असुरक्षा और भय के माहौल में जीता था, अब वहीं एक नए आत्मविश्वास और स्थिरता का अनुभव कर रहा है।
नेताम भावुक होकर कहते हैं, “पहले दिन बहुत कठिन थे, लेकिन अब अपने घर में रहना एक सपने जैसा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की सरकार का धन्यवाद, जिन्होंने हमें सम्मान और सुरक्षा दी।”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास, पुनर्वास और शांति की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में चल रही पुनर्वास नीति ने इन प्रयासों को और बल दिया है।
छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव वर्ष में गाड़ोराम नेताम जैसे लोगों को मिला आवास इस बात का प्रमाण है कि सरकार की योजनाएँ वास्तव में अंतिम व्यक्ति तक पहुँच रही हैं, और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विश्वास, विकास और उम्मीद की एक नई सुबह शुरू हो चुकी है।



