नईदिल्ली : भारत बंद की आग में अब भी झुलस रहे एमपी, राजस्थान के जिले
नईदिल्ली : दलित संगठनों के द्वारा हुए देशव्यापी बंद और प्रदर्शन के दौरान मध्य प्रदेश में हालात बेकाबू हुए, जो अभी तक जारी हैं। ग्वालियर, भिंड और मुरैना में कर्फ्यू जारी है, जिसमें बुधवार को दो घंटे की ढील दी जाएगी। इन इलाकों में इंटरनेट सेवा स्थगित होने के साथ ही बड़ी संख्या में उपद्रवियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। राजस्थान में भी तनाव बना हुआ है।
सोमवार को हुई हिंसा के बाद ग्वालियर में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है, जबकि भिंड, मोरैना, बालाघाट और सागर में यह सेवा अभी भी सस्पेंड है। ग्वालियर, भिंड और मोरैना के विभिन्न इलाकों में सुबह 10 से लेकर दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। कई अन्य जिलों में धारा-144 लागू है।
उधर, राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार दोपहर 1 बजे तक लागू रहेगा। हिंडौन में स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन इंटरनेट सेवाएं अभी चालू नहीं की गई हैं।
वहीं मोरैना में एक पुलिस पार्टी पर पत्थरबाजी के आरोप में 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यही नहीं, पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर मंगलवार को राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के दंगाग्रस्त इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया।
हिंसा को देखते हुए भिंड जिले के मेहगांव, गोहाद और मछंद इलाकों में हथियारों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं। इसके साथ ही हिंसा का असर रेल सेवा पर भी पड़ा है। रेलवे ने बयान जारी करते हुए बताया कि बुधवार को चलने वाली पटना-कोटा एक्सप्रेस और गुरुवार को चलने वाली कोटा-पटना एक्सप्रेस को कैंसल कर दिया गया है।
एमपी में भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के मामलों में मरने वालों की संख्या सात हो गई है जबकि इन घटनाओं में 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। घायलों में 64 पुलिसकर्मी शामिल हैं। भोपाल में आईजी कानून-व्यवस्था मकरंद देउस्कर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अभी तक कुल 30 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें राजा चौहान नाम का युवक भी शामिल है, जिसकी गोली चलाते हुए फोटो वायरल हुई थी। राजा चौहान के खिलाफ धारा 308 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीएम शिवराज ने की बैठक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक विशेष बैठक बुलाई। इस बैठक में मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अफसरों और मंत्रियों से कहा है कि वे अपने स्तर पर यह सुनिश्चित करें कि अफवाहें ना फैलें।