“मोदी के आगे अडवाणी भी ‘सॉफ्ट’ लगते हैं — बीजेपी पर प्रशांत किशोर की सियासी भविष्यवाणी

बिहार चुनावी मौसम गरमाने लगा है और सियासत में शब्दबाणों की बरसात शुरू हो चुकी है। जहाँ एक ओर विपक्ष सरकार पर वोट चोरी के आरोपों के तीर चला रहा है, वहीं जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर दी है — एक ऐसी भविष्यवाणी, जो बीजेपी की आने वाली राजनीतिक दिशा का इशारा करती है।
प्रशांत किशोर का दावा:
बीजेपी की लीडरशिप का स्वभाव और रणनीति वक्त के साथ कैसे ‘कठोर’ होती गई है, इसे लेकर प्रशांत किशोर ने दिलचस्प तुलना पेश की। उन्होंने कहा:
“वाजपेयी जी को ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ वाला नेता कहा गया, फिर आए आडवाणी जी जिन्हें ‘हार्डलाइनर’ माना गया। लेकिन आज, वही आडवाणी भी पीएम मोदी के मुकाबले ‘सॉफ्ट’ लगते हैं।”
आने वाले 10-15 सालों में क्या होगा?
प्रशांत किशोर का मानना है कि बीजेपी की अगली पीढ़ी की लीडरशिप और भी ज़्यादा कठोर रुख अपनाएगी। उन्होंने कहा कि चाहे चेहरा कोई भी हो, मगर विचारधारा और तेवर पहले से कहीं ज़्यादा तीखे और आक्रामक होंगे। उन्होंने यहां तक कह दिया:
“भविष्य का बीजेपी नेता ऐसा होगा जिसके सामने मोदी भी ‘सॉफ्ट’ नज़र आएंगे।”
बिहार चुनाव की बिसात और पीके की एंट्री
बिहार की सियासी जमीन पर भी हलचल तेज हो गई है। आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं, और इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। बीजेपी-जेडीयू गठबंधन और इंडिया गठबंधन के बीच रस्साकशी तो है ही, लेकिन इस बार प्रशांत किशोर भी पूरे दमखम से मैदान में हैं।
उनकी पार्टी जन सुराज ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। राज्यभर में जनसभाओं और यात्राओं के जरिए उन्होंने सीधे जनता से जुड़ने का प्रयास किया है — और अब वे खुद को सिर्फ रणनीतिकार नहीं, एक राजनीतिक खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में जुटे हैं।
नज़र रखिए:
बिहार की राजनीति में जहां एक ओर पारंपरिक दलों के बीच घमासान जारी है, वहीं प्रशांत किशोर की यह भविष्यवाणी बीजेपी की अगली राह पर गहरी बहस को जन्म दे सकती है।
क्या आने वाला बीजेपी नेता वाकई इतना सख्त होगा कि मोदी भी नरम लगें? और क्या पीके की राजनीतिक पारी बिहार की राजनीति को कोई नया मोड़ दे पाएगी? आने वाले चुनावी नतीजे इन सवालों का पहला संकेत जरूर देंगे।