चुनावी चौपाल

कैसे ढाई घंटे में कलेक्टर से नेता बने अजीत जोगी, पढ़िये पूरी कहानी पार्ट – 2

अजीत जोगी के कलेक्टर से नेता बनने की किस्सा भी बड़ा दिलचस्प है, जोगी महज ढाई घंटे के भीतर ही कलेक्टर से नेता बन गए थे, बात उस वक्त की है जब, जोगी इंदौर के कलेक्टर हुआ करते थे, उसी वक्त वे ग्रामीण इलाके में दौरे पर थे, चूंकि उस वक्त मोबाइल फोन हीं हुआ करते थे तो दौरा खत्म कर जब जोगी घर वापस लौटे तो उनकी पत्नी रेणु जोगी ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से उन्हें फोन आया था, और पीएम राजीव गांधी आपसे बात करना चाह रहे थे, उस वक्त जोगी के मन में एक ही खयाल दौड़ रहा था, कि आखिर खुद पीएम उनसे क्यों बात करना चाहते हैं, बाद में राजीव गांधी के पीए ने उनसे संपर्क किया
और उनसे कलेक्टर पद छोड़ने को कहा, ये बात सुनकर अजीत जोगी के होश उड़ गए, उन्होने सोचा कि आखिर क्यों उनसे कलेक्टर पद से इस्तीफा मांगा जा रहा है, लेकिन कुछ ही देर बाद उनकी खुशी का ठीकाना नहीं रहा, जब राजव गांधी के पीए ने उनसे कहा कि राजीव गांधी चाहते हैं कि आप राज्यसभा से नामांकन करें, आपको लेने के लिए दिग्विजय सिंह रात बारह बजे तक इंदौर पहुंच जाएंगे और सुबह ग्यारह बजे तक नामांकन की सारी औपचारिकताएं भी पूरी हो जाएंगी, इस तरह अजीत जोगी महज ढाई घंटे में ही कलेक्टर से राजनेता बन गए ।

अजीत जोगी के बारे में ये भी पढ़ें-:

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कब -कब क्या-क्या बने जोगी ?

जोगी 1986-87 में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण सदस्य रहे, 1986 से 1998 तक वे दो बार राज्य सभा सदस्य रहे, साथ ही उन्होने, 1987-1989 में महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी का पद भी संभाला और वे मध्य प्रदेश, सार्वजनिक उपक्रम, उद्योग और रेलवे समितियों के सदस्य भी रहे, 1991 में वे मणिपुर लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक बने, फिर 1995 में उन्हें सिक्किम विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया, 1995-96 में वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पर्यावरण और वन पर समितियों के अध्यक्ष रहे, 1996 में वे एआईसीसी लोकसभा संसदीय चुनाव के मेंमर भी रहे, करीब बीस साल के राजनितिक करियर के बाद वे पहली बार साल 2004 में महासमुंद से सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे और फिर वे मरवाही से विधानसभा चुनाव लड़कर विधायक भी बने ।

आगे हम आपको अजीत जोगी के मुख्यमंत्री बनने से लेकर उनकी उपलब्धियों और उनसे जुड़े विवादों के बारे में भी बताएंगे ।

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