छत्तीसगढ़ में चमकी बुखार से नहीं जापानी बुखार से बच्चे की हुई मौत

जगदलपुर। बिहार में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद छत्तीसगढ़ में भी इसके दस्तक देने की मीडिया और सोशल मीडिया पर पर चल रही खबर महज अफवाह है. बस्तर में एक बार फिर से जापानी बुखार ने अपनी आमद दी है. जिले में 1 बच्चे की मौत हो गई है वहीं 2 बच्चों को डिमरापाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज जारी है.
जिन बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है वे तीनों अलग-अलग गांवों से हैं. बताया जा रहा है जापानी बुखार की वजह से गुरुवार देर रात चोलनार गांव के एक पांच वर्षीय भुवन नाग की इलाज के दौरान मौत हुई है. डिमरापाल अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इसके अलावा दो और बच्चे किलेपाल के रहने वाले सात वर्षीय कुमार मंडावी और ग्राम परपा का 3 वर्षीय इतियासा को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. जहां उनकी सेहत में पहले से सुधार है.
उड़ीसा से आया था बच्चा
स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बस्तर में चमकी बुखार को महज अफवाह बताया है. उन्होंने बताया कि जिस बच्चे भुवन नाग की इलाज के दौरान मौत हुई है. वह 10 जून को अपने परिवार के साथ उड़ीसा से आया था, उसे बुखार था. परिवार वालों ने पहले प्रायवेट इलाज कराया फिर 18 जून को उसे डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है. जांच रिपोर्ट में एक्यूट इनफ्लाइटिस नहीं पाया गया बल्कि जापानी बुखार की पुष्टि हुई है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में किया कैम्प
जापानी बुखार छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती बन गया है. बस्तर संभाग के सुकमा सहित कई इलाकों में हर साल इस बीमारी से बच्चे पीड़ित होते हैं. उन्होंने बताया कि बच्चे को जापानी बुखार होने की पुष्टि के साथ ही बच्चों के गांव में ज्वाइंट डायरेक्टर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप किया है. गांव में 18 परिवार रहते हैं, उन सभी के खून का जांच किया गया है. किसी में भी जापानी बुखार का लक्षण नहीं पाया गया. बल्कि कुछ बच्चों में वायरल बुखार पाया गया है. जिनका कैम्प में इलाज जारी है.