रायपुर में 15 जुलाई से आधार सेवाओं का बड़ा बदलाव: चॉइस सेंटर बंद, सरकारी लोक सेवा केंद्रों में ही होगा काम

रायपुर। राजधानी रायपुर में आधार कार्ड से जुड़ी सेवाओं के लिए 15 जुलाई से बड़ा बदलाव लागू होगा। शहर के सभी निजी चॉइस सेंटरों पर आधार से जुड़ा कोई भी काम पूरी तरह बंद हो जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है।
अब नया आधार कार्ड बनवाने या उसमें अपडेट कराने के लिए लोगों को सिर्फ सरकारी लोक सेवा केंद्रों का रुख करना होगा। फिलहाल रायपुर में ऐसे केवल 9 सरकारी केंद्र ही मौजूद हैं, जबकि अभी 44 से ज्यादा निजी चॉइस सेंटर आधार सेवाएं दे रहे हैं। इसका मतलब है कि लगभग 80% सेवा केंद्र बंद हो जाएंगे। हालांकि एक अपवाद के तौर पर, राजधानी के पंडरी स्थित श्याम प्लाजा में एक निजी कंपनी को सशुल्क आधार सेवाएं जारी रखने की इजाजत दी गई है।
बढ़ेगी भीड़, आम लोगों को झेलनी पड़ेगी दिक्कत
निजी चॉइस सेंटर बंद होने से सरकारी केंद्रों में भीड़ कई गुना बढ़ने की आशंका है। कलेक्ट्रेट, नगर निगम मुख्यालय जैसे 9 सरकारी केंद्रों पर 4 से 5 गुना तक भीड़ हो सकती है। इसका असर सीधे आम लोगों पर पड़ेगा, जिन्हें लंबी कतारों में इंतजार करना और कई बार चक्कर लगाना पड़ सकता है। दूर-दराज से आने वालों और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह परेशानी और बढ़ सकती है।
चॉइस सेंटर संचालकों में नाराजगी
इस फैसले से चॉइस सेंटर संचालक खासे नाराज हैं। अभी तक आधार सेवाओं से मिलने वाले कमीशन से उनका स्टाफ वेतन और अन्य खर्च निकल जाता था। अब यह आय पूरी तरह रुक जाएगी, जिससे कई सेंटरों के लिए संचालन जारी रखना मुश्किल होगा।
चिप्स (छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी) ने संचालकों को सरकारी केंद्रों में शिफ्ट होने का विकल्प दिया है। लेकिन ज्यादातर संचालक इसके लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि यहां कमीशन घटकर सिर्फ 75 रुपए रह जाएगा।
तकनीकी जिम्मेदारी भी सरकार के हाथ में
फिलहाल आधार सेवाओं का तकनीकी संचालन पुणे की एनएसीआई हैदराबाद कंपनी करती थी। लेकिन अब ईद अलॉटमेंट, सर्वर समस्याओं और तकनीकी फॉल्ट जैसे मुद्दों का समाधान भी चिप्स खुद देखेगा।