छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव: महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण में प्रदेश की नई उपलब्धियाँ

रायपुर। छत्तीसगढ़ अपने 25वें स्थापना वर्ष का उत्सव मना रहा है। राज्य ने विकास के कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, खासकर महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण में। धमतरी जिले में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाएँ आत्मनिर्भर बन रही हैं और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो रहा है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत अब तक 2066 कन्याएँ लाभान्वित हुई हैं। नोनी सुरक्षा योजना से 6316 बेटियों को शिक्षा और वित्तीय सहयोग मिला है। सुकन्या समृद्धि योजना ने 44,182 बालिकाओं को लाभ पहुंचाया, जबकि दिशा दर्शन योजना के 892 हितग्राही शिक्षा और रोजगार के अवसरों से जुड़े हैं।
महतारी वंदन योजना ने मातृत्व सुरक्षा और पोषण के क्षेत्र में नई पहल की है, जिससे 2,31,662 महिलाएँ लाभान्वित हुई हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से 58,822 हितग्राही सुरक्षित मातृत्व के लाभ उठा रही हैं।
स्वरोजगार बढ़ाने के लिए महिला कोष ऋण योजना और महिला कोष सक्षम योजना के तहत भी कई महिलाएँ अपने व्यवसाय और जीवन स्तर में सुधार ला रही हैं। बाल कल्याण के क्षेत्र में मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना और पूरक पोषण आहार योजना ने 66,562 बच्चों को शैक्षिक और पोषण सहायता दी है।
मंत्री महिला एवं बाल विकास ने कहा कि राज्य का उद्देश्य हर महिला को आत्मनिर्भर बनाना और हर बच्चे को सुरक्षित एवं शिक्षित वातावरण प्रदान करना है।
25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने महिला सशक्तिकरण, बाल कल्याण और पोषण सुधार में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ दर्ज की हैं। राज्य “सशक्त नारी, समृद्ध छत्तीसगढ़” की ओर तेजी से अग्रसर है।




