
रायपुर। खैरागढ़ जिले के ग्राम मुढ़ीपार में आयोजित समाधान शिविर एक औपचारिक आयोजन मात्र नहीं रहा, बल्कि यह वहां के निवासियों के लिए आशा और विश्वास का प्रतीक बनकर उभरा। सुशासन तिहार के अंतर्गत आयोजित इस शिविर ने ग्रामीणों को यह विश्वास दिलाया कि शासन न केवल उनकी आवाज सुनता है, बल्कि तत्काल प्रभाव से समाधान भी देता है।
गांव के निवासी श्री संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू की कहानी इसका जीवंत उदाहरण है। वर्षों से बिना श्रम कार्ड के मजदूरी कर रहे इन दोनों ने जब श्रम कार्ड के लिए आवेदन किया, तो प्रशासन ने न सिर्फ इसे गंभीरता से लिया, बल्कि कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल के मार्गदर्शन में उसी शिविर के दौरान दोनों का श्रम कार्ड जारी कर दिया।
इस त्वरित कार्यवाही से अभिभूत होकर श्री संतोष सिंह और श्रीमती पद्मा साहू ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि अब उन्हें न केवल उचित पारिश्रमिक मिलेगा, बल्कि वे श्रम विभाग की योजनाओं से भी लाभान्वित हो सकेंगे।
यह पहल शासन की संवेदनशीलता, तत्परता और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मुढ़ीपार का यह शिविर ग्रामीण विकास की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है, जिसने यह संदेश दिया है कि हर आम नागरिक का जीवन बेहतर बनाने की कोशिशें ज़मीनी स्तर पर जारी हैं।