नईदिल्ली : श्रीनगर जेल से दूसरी जगह शिफ्ट किए जाएंगे पाकिस्तानी आतंकी
नईदिल्ली : जम्मू कश्मीर की श्रीनगर जेल में बंद सात पाकिस्तानी आतंकियों को जम्मू जेल में शिफ्ट किया गया है. लश्कर ए तैयबा के एक आतंकी के फरार होने के दो दिन बाद राज्य सरकार ने यह कार्रवाई की है. सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को हाई लेवल मीटिंग में राज्य सरकार को साफ कहा कि नावीद जट्ट का फरार होना अस्वीकार्य है और ऐसा दोबारा न हो इसके लिए कदम उठाए जाए.
श्रीनगर जेल में 16 पाकिस्तानी आतंकी बंद हैं. सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर सभी को दूसरी जेलों जैसे उधमपुर, लेह और जम्मू में शिफ्ट किया जाएगा. इस संबंध में हुई मीटिंग में शामिल रहे एक अधिकारी ने बताया, इन सभी को अलग-अलग करने की योजना है. जब ये साथ होते हैं तो इन्होंने जेल स्टाफ को भी प्रभावित किया. जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया कि इन कैदियों के ट्रांसफर पर आखिरी फैसला राज्य सरकार को लेना है. जेल में बंद सभी कैदियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे.
जट्ट के फरार होने के मामले में शुरुआती जांच में सामने आया कि जेल में कुछ कैदियों ने मोबाइल इस्तेमाल किए थे. वैद्य ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि साजिश में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर कोई संदेह नहीं है. जांच से जुड़े एक अफसर के अनुसार, पैसों के बदले जेल स्टाफ के निचले स्तर के कर्मचारी ने कैदियों को सिम कार्ड दिए. इससे पहले हुए निरीक्षण में सामने आया था कि जैमर्स को जानबूझकर बंद किया गया था.
गौरतलब रहे कि श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह हॉस्पिटल के अंदर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने मंगलवार को हमला कर एक पाकिस्तानी आतंकवादी अबु हंजूला उर्फ नावीद जट्ट को छुड़ा लिया था. इस हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया और एक अन्य गंभीर रूप से घायल ने भी बाद में दम तोड़ दिया था. श्रीनगर के एसएसपी इम्तियाज इस्माइल का कहना था कि छह आतंकवादियों को जांच के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया था जिसमें एक नावीद ने सुरक्षाकर्मियों से राइफल छीन ली और गोलीबारी शुरू कर दी.
पुलिस के अनुसार नावीद जट्ट को साल 2014 में दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से गिरफ्तार किया गया था. नावीद आतंकवादी श्रीनगर सेंट्रल जेल में बंद था.