सुकमा : जिला सुकमा में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर, खोखली माओवादी विचारधारा एवं उनके षोषण, अत्याचार, भेदभाव एवं हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन डीएकेएमएस (दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन) के 05 सदस्य व स्थायी वारंटी नक्सलियों ने आज सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा एवं एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि सोड़ी मल्ला, दिरदो देवा, वेट्टी मासा, ताती हुंगा एवं वेट्टी लखमा सभी निवासी थाना पोलमपल्ली क्षेत्र द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा द्वय, हरीश राठौर, संजय महादेवा, रामगोपाल करियारे, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा,राजकुमार मिंज, उप पुलिस अधीक्षक सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सली थाना पोलमपल्ली क्षेत्रांतर्गत विभिन्न नक्सली अपराधों में संलिप्त रहे हैं। उक्त आत्मसमर्पित सोड़ी मल्ला, दिरदो देवा, वेट्टी मासा, ताती हुंगा के विरूद्ध थाना पोलमपल्ली के प्रकरण पर न्यायालय सुकमा द्वारा 02-02 एवं वेट्टी लखमा के खिलाफ 03 स्थायी वारंट जारी किया गया है। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदाय की जाएगी।