मॉस्को : फीफा विश्व कप: नेमार, मेसी और रोनाल्डो पर लटक रही निलंबन की तलवार

मॉस्को : रूस में जारी फीफा विश्व कप का ग्रुप चरण समाप्त होने के बाद अब बाकी बची टीमों की नजरें फाइनल में पहुंचने की ओर लग गई हैं। हालांकि टीमों को काफी लंबा रास्ता तय करना है और उससे पहले उनके स्टार खिलाडिय़ों पर निलंबन की तलवार लटकने लगी है। इनमें अर्जेंटीना के लियोनल मेसी, पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और ब्राजील के नेमार भी शामिल हैं।
मेसी सहित अर्जेंटीना के 6 खिलाड़ी अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी पर भी निलंबन की तलवार लटक रही है। मेसी को ग्रुप चरण में नाइजीरिया के खिलाफ आखिरी मिनटों में समय बर्बाद करने को लेकर येलो कार्ड दिखाया गया था। मेसी के अलावा अर्जेंटीना के पांच और खिलाडिय़ों को येलो कार्ड मिल चुका है। मेसी को अब अगर नॉकआउट में फ्रांस के खिलाफ भी येलो कार्ड मिलता है तो उन्हें क्वाटर फाइनल में पुर्तगाल के खिलाफ बाहर बैठना पड़ सकता है।
हालांकि, ऐसा तभी होगा जब दोनों टीमें अगले दौर में पहुंचती हैं।रोनाल्डो को भारी पड़ सकती है यह गलती
इस सूची में दूसरा नाम पुर्तगाल के करिश्माई फुटबालर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का है। रोनाल्डो को ईरान के डिफेंडर को कोहनी मारने के लिए येलो कार्ड दिया गया था। हालांकि रोनाल्डो टीम के एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्हें शनिवार को उरुग्वे के खिलाफ चौंकन्ना रहना होगा, बल्कि उनके पांच टीम साथी भी ग्रुप चरण में रेफरी द्वारा बुक किए जा चुके हैं।
नेमार सहित ब्राजील की तिकड़ी भी शामिल मेसी और रोनाल्डो के बाद ब्राजील की तिकड़ी-नेमार, फिलिप कॉटिन्हो और कैसीमिरो पर भी निलंबन की तलवार लटक रही है। इन खिलाडिय़ों को निलंबन से बचे रहने के लिए दो जुलाई को समारा में मेक्सिको के खिलाफ होने वाले नॉकआउट मैच में रेफरी की नजर से बच के रहना होगा।
अन्य टीमों में इंग्लैंड के काइल वाल्कर और रूबेन लोफ्तस, बेल्जियम के जान वेर्टोंघन, थॉस मुनियर और केविन डी ब्रूयन को भी सतर्क रहने की जरूरत है। स्पेन के खिलाड़ी सर्जियो बुस्केटस को भी येलो कार्ड मिल चुका है।क्या कहता है नियम
टूर्नमेंट का नियम यह कहता है कि च्ॉर्टर फाइनल से पहले यदि खिलाडिय़ों को दो येलो कार्ड दिखाया जाता है तो उन्हें अगले एक मैच के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।
यदि फाइनल के बाद वे रेफरी द्वारा दूसरी बार बुक पाए जाते हैं तो उन्हें सेमीफाइनल से निलंबित कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि कोई भी खिलाड़ी निलंबन की लटकती तलवार के साथ सेमीफाइनल में नहीं जाना चाहेगा, जो उन्हें फाइनल से निलंबित करा दे।