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नईदिल्ली : अगले महीने भारत आएंगे कनाडा के पीएम

  कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 17 फरवरी को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। 23 फरवरी तक उनकी यह यात्रा कनाडा में खालिस्तान समर्थक संगठनों के मुखर होने के आरोपों के बीच हो रही है। यह भी कहा जाता रहा है कि ट्रूडो सरकार उनके प्रति नरम है। टोरंटो में पिछले साल खालिस्तान इवेंट में ट्रूडो की उपस्थिति पर भारत में आपत्ति जताई गई थी। हाल में कनाडा के ओंटेरियो में कई गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
दरअसल, कनाडा में इनदिनों न्यू डेमोक्रैटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह का जनाधार बढऩे की खबरें हैं, जो वहां की तीन बड़ी पार्टियों में एक है। जगमीत सिंह 84 के सिख दंगों का मसला उठाते रहे हैं। अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्रूडो राजधानी दिल्ली के अलावा आगरा,अमृतसर, अहमदाबाद और मुंबई भी जाएंगे। जस्टिन ट्रूडो ताजमहल के अलावा हरमंदिर साहिब और गुजरात में स्वामीनारायण मंदिर भी जाएंगे।
देखना यह होगा कि पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह से ट्रूडो की मुलाकात होती है या नहीं। पिछले साल अप्रैल में अमरिंदर कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह स'जन से नहीं मिले थे। तब अमरिंदर का यह बयान सामने आया था कि स'जन खालिस्तान समर्थक हैं, इसलिए वह उनसे नहीं मिलेंगे। हाल में ट्रूडो का भारत प्रेम तब दिखा था, जब उन्होंने पोंगल के मौके पर तमिल अंदाज में धोती पहनी थी और इस त्योहार को मनाया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2015 में कनाडा की आधिकारिक यात्रा पर गए थे तब ट्रूडो ने उनसे लिबरल पार्टी के नेता के तौरपर मुलाकात की थी। ट्रूडो नवंबर 2015 में सत्ता में आए थे। इसके बाद वॉशिंगटन, हैंबर्ग और मनीला में विभिन्न सम्मेलनों के दौरान भी दोनों पीएम मिले। पिछले 18 महीने में ट्रूडो सरकार के 11 मंत्री भारत आ चुके हैं। ट्रूडो राजनेताओं और बिजनेस लीडर्स से मिलने के अलावा महिला सशक्तीकरण के कार्यक्रमों को बढ़ावा देंगे और स्टूडेंट्स से भी बात करेंगे। भारतीय स्टूडेंट्स के लिए कनाडा पसंदीदा डेस्टिनेशन बन रहा है। पिछले साल करीब सवा लाख भारतीयों के पास कनाडा का स्टडी परमिट था।
दोनों देशों के बीच स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप के साथ 8 अरब डॉलर का कारोबार है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि यात्रा के दौरान भारत और कनाडा के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश होगी। ट्रूडो कई बिजनेस राउंड टेबल में भी हिस्सा लेंगे। इस बात पर भी चर्चा होगी कि दोनों देशों में मिडल क्लास के लिए अ'छी नौकरियां कैसे पैदा की जाएं। आतंकवाद जैसे मुद्दों पर भी बात होगी। भारत आने से पहले जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि 10 लाख से 'यादा भारतीय मूल के कनाडाई दोनों देशों के रिश्ते को विशेष बनाते हैं।
००(महत्वपूर्ण)(नईदिल्ली)अगले महीने भारत आएंगे कनाडा के पीएम
नई दिल्ली ,22 जनवरी (आरएनएस)। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 17 फरवरी को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। 23 फरवरी तक उनकी यह यात्रा कनाडा में खालिस्तान समर्थक संगठनों के मुखर होने के आरोपों के बीच हो रही है। यह भी कहा जाता रहा है कि ट्रूडो सरकार उनके प्रति नरम है। टोरंटो में पिछले साल खालिस्तान इवेंट में ट्रूडो की उपस्थिति पर भारत में आपत्ति जताई गई थी। हाल में कनाडा के ओंटेरियो में कई गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
दरअसल, कनाडा में इनदिनों न्यू डेमोक्रैटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह का जनाधार बढऩे की खबरें हैं, जो वहां की तीन बड़ी पार्टियों में एक है। जगमीत सिंह 84 के सिख दंगों का मसला उठाते रहे हैं। अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्रूडो राजधानी दिल्ली के अलावा आगरा,अमृतसर, अहमदाबाद और मुंबई भी जाएंगे। जस्टिन ट्रूडो ताजमहल के अलावा हरमंदिर साहिब और गुजरात में स्वामीनारायण मंदिर भी जाएंगे।
देखना यह होगा कि पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह से ट्रूडो की मुलाकात होती है या नहीं। पिछले साल अप्रैल में अमरिंदर कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन से नहीं मिले थे। तब अमरिंदर का यह बयान सामने आया था कि सज्जन खालिस्तान समर्थक हैं, इसलिए वह उनसे नहीं मिलेंगे। हाल में ट्रूडो का भारत प्रेम तब दिखा था, जब उन्होंने पोंगल के मौके पर तमिल अंदाज में धोती पहनी थी और इस त्योहार को मनाया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2015 में कनाडा की आधिकारिक यात्रा पर गए थे तब ट्रूडो ने उनसे लिबरल पार्टी के नेता के तौरपर मुलाकात की थी। ट्रूडो नवंबर 2015 में सत्ता में आए थे। इसके बाद वॉशिंगटन, हैंबर्ग और मनीला में विभिन्न सम्मेलनों के दौरान भी दोनों पीएम मिले। पिछले 18 महीने में ट्रूडो सरकार के 11 मंत्री भारत आ चुके हैं। ट्रूडो राजनेताओं और बिजनेस लीडर्स से मिलने के अलावा महिला सशक्तीकरण के कार्यक्रमों को बढ़ावा देंगे और स्टूडेंट्स से भी बात करेंगे। भारतीय स्टूडेंट्स के लिए कनाडा पसंदीदा डेस्टिनेशन बन रहा है। पिछले साल करीब सवा लाख भारतीयों के पास कनाडा का स्टडी परमिट था।
दोनों देशों के बीच स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप के साथ 8 अरब डॉलर का कारोबार है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि यात्रा के दौरान भारत और कनाडा के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश होगी। ट्रूडो कई बिजनेस राउंड टेबल में भी हिस्सा लेंगे। इस बात पर भी चर्चा होगी कि दोनों देशों में मिडल क्लास के लिए अच्छी नौकरियां कैसे पैदा की जाएं। आतंकवाद जैसे मुद्दों पर भी बात होगी। भारत आने से पहले जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि 10 लाख से ज्यादा भारतीय मूल के कनाडाई दोनों देशों के रिश्ते को विशेष बनाते हैं।
 

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