एक्ट्रेस स्माइली सूरी ने महेश भट्ट की फिल्म कलियुग से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी. साल 2005 में आई कलियुग में स्माइली के मासूम से चेहरे ने सब का दिल जीत लिया था और उन्हें क्रिटिक्स से भी काफी तारीफें मिली थीं. लेकिन इसके बाद स्माइली पूरी तरह फिल्मों से गायब हो गईं. ऐसे में अब स्माइली ने बताया है कि वह कैसे डिप्रेशन का शिकार हो रही थीं. स्माइली ने कहा, कलियुग जैसी हिट फिल्म के बाद भी इसके बाद मेरा करियर नहीं चला और मैं एक ऐसे परिवार से आती हूं जहां हर किसी ने जिंदगी में कोई मुकाम पाया है. इस सब के साथ जीना और यह कहना कि मुझे मदद चाहिए काफी मुश्किल भरा था.
ऐसे में अपने डिप्रेशन से जूझते हुए स्माइली को पोल डांस के बारे में पता चला, जिसने उन्हें फोकस और आधार दिया. 34 साल की एक्ट्रेस नेबताया, मुझे मेरी जिंदगी का असली मकसद पहचानने में थोड़ा समय लगा. हर किसी को इस सब से उभरने में अपना समय लगता है. उन्होंने बताया, पोल डांस ने मुझे एक स्थिर मानसिकता देने में मदद की और आखिर में ट्रेनिंग के बाद मैं इतना थक जाती थी कि आखिर में काफी अच्छी नींद सो जाती थी. जबकि डिप्रेशन के दौरान यह मेरे लिए मुश्किल हो गया था. मलखम और पोल डांसिंग शरीर के लिए किसी तपस्या से कम नहीं हैं और यह डिप्रेशन से बाहर ला सकता है.
बता दें कि कलियुग के बाद स्माइली सूरी ये मेरा इंडिया में नजर आईं. इसके साथ ही वह फिल्म क्रुक और तीसरी आंख: द हिडन कैमरा में भी केमियो करती दिखीं थीं. उन्होंने टीवी शो जोधा अकबर में भी रुकईया का किरदार निभाया था. बता दें कि स्माइली, कलियुग के निर्देशक मोहित सूरी की बहन हैं. आलिया भट्ट, पूजा भट्ट और इमरान हाशमी, स्माइली के कजिन हैं.
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