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मध्य प्रदेश में वंदे मातरम पर पहले लगाई गई अघोषित रोक के बाद सोमवार सुबह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मंत्रालय पहुंचकर सामूहिक रूप से गाया वंदे मातरम

भोपाल

  • मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा पूर्व में सामूहिक वंदे मातरम पर लगाई गई अघोषित रोक के बाद से ही राजनीति तेज हो गई है। सोमवारसुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मंत्रालय के उद्यान में पहुंचकर वंदे मातरम का गान किया। इस सामूहिक गान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह सहित कई भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री शामिल हुए।
  • इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वंदे मातरम गान को नए स्वरूप में करने की बात कही है, मगर इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘पहले हमने तय किया था वंदे मातरम गायन के बाद हम विधानसभा तक मार्च करते हुए जाएंगे, लेकिन अब कांग्रेस सरकार ने इसे बाधित करने की अपनी मंशा वापस ले ली है, तो हमने मार्च का फैसला निरस्त कर दिया है।’
  • इसके बाद शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘भारत माता का गान वंदेमातरम देशभक्ति का पर्याय है । सरकार ने इसे बंद करने का फैसला वापस ले लिया है और अलग फार्म में शुरू करने की बात कह रही है। वंदेमातरम का फार्म केवल भारत माता की जय होता है, दूसरा कोई फार्म नहीं होता है। कांग्रेस की सरकार ने वंदेमातरम पहले बंद किया, लेकिन विरोध हुआ और उस पर हमारे मध्य प्रदेश के नागरिकों का दबाव पड़ा, तो इसे नए स्वरूप में लागू करने की बात कही है। वंदे मातरम का कोई नया पुराना स्वरूप नहीं होता। वंदे मातरम सिर्फ वंदे मातरम है।’

  • ज्ञात हो कि राज्य में बीते 13 सालों से माह के पहले कार्य दिवस पर मंत्रालय के उद्यान में सामूहिक वंदे मातरम होते आया है मगर सत्ता परिवर्तन के बाद जनवरी की पहली तारीख को वंदे मातरम नहीं हुआ। इसके चलते भाजपा ने सरकार पर हमला बोला। बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार को यू-टर्न लेकर वंदे मातरम को नए स्वरूप में कराने का ऐलान करना पड़ा।
  • इससे पहले वंदे मातरम की अनिवार्यता पर अस्थायी रोक लगाने के बाद आरोपों को सामना कर रही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अपने ही फैसले पर यू टर्न लेती हुए कहा कि राज्य सरकार ने वंद मातरम को नया रूप देने का फैसला किया है। अब वंदे मातरम को और आकर्षक रूप में गाया जाएगा जिसके लिए नई रूपरेखा तैयार की गई है। इसके मुताबिक, अब कर्मचारी ही नहीं बल्कि आम जनता भी वंदे मातरम गायन में शामिल होगी।

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