राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार छत्तीसगढ़ की परंपरा नहीं – सीएम भूपेश

रायपुर, (Fourt Eye News) आज यानि 16 जनवरी को विधानसभा के विशेष सत्र की शुरूआत हुई, जिसमें विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया, जिसपर बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष पर खून निशाना साधा. सीएम ने कहा कि पिछले सत्र में ही फरवरी के अंतिम सप्ताह में अगले सत्र की घोषणा की गई थी। परिस्थिति बदली और संसद में यह विधेयक पारित किया इसलिए विशेष सत्र बुलाने की बाध्यता थी। इसके लिए हमने विपक्ष के साथियों से चर्चा की लेकिन मुझे नहीं पता था कि विपक्ष इतना बिखरा हुआ है ।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बात अगर परंपरा की हो तो विपक्ष को वाकआउट करने का अधिकार है पर इसका ऐलान भी आज दूसरे सदस्य कर रहे थे। राज्यपाल के अभिभाषण में बहिष्कार कहां किया जाता है..ऐसी परंपरा छत्तीसगढ़ में नहीं रही है।
आरक्षण पर बोलते हुए सीएम बीजेपी पर बरसे उन्होने कहा कि आरक्षण को लेकर काफी बातें हुई। आज समझना होगा कि सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में बेचने की तैयारी की जा रही है। नगरनार, बाल्को और बीएसपी भी बेचने की तैयारी की जा रही है । सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में देने से बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए अवसर घटने लगा है।
गोडसे मुर्दाबाद बोलना चाहिए – भूपेश बघेल
सीएम विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यजनक है जो लोग आरक्षण का विरोध कर रहे थे आज वही समर्थन की बात कर रहे हैं। यह किस मुंह से प्रशंसा कर रहे हैं, पिछली बार आहूत सत्र में हमने कहा था कि अगर आप गांधीजी की प्रशंसा कर रहे हैं तो स्वागत है, लेकिन गोडसे मुर्दाबाद भी कहना चाहिए । तब किसी के मुंह से एक शब्द नहीं निकला आज वही लोग संविधान की बात कह रहे हैं।